हम क्या नहीं कर सकते

अकबर ने पूछ, ऐसा कौन-सा काम है जिसे मैं नहीं कर सकता ?

एक दरबारी ने उत्तर दिया, हुजूर का इकबाल बुलंद है - आप सब कुछ कर सकते हैं।

बस सूरज, चाँद और दुनिया नहीं बना सकते।

हुजूर के वश में मौत नहीं है।

हुजूर सब कुछ कर सकते हैं, बस अन्याय नहीं कर सकते।

अकबर ने सभी बातों को ध्यान से सुना और उन विचार किया।

परन्तु वे किसी की बातों से संतुष्ट नहीं हुए।

अंत में उन्होंने बीरबल से पूछा, बीरबल, तुम बताओ हम क्या नहीं कर सकते हैं ?

जहाँपनाह आप बहुत कुछ नहीं कर सकते हैं।

जैसे ?

आप हथेली पर बाल नहीं ऊगा सकते, आप भूख को वश में नहीं कर सकते, आप अपने राज्य में आदमी को जानवर नहीं बना सकते, जानवर को आदमी नहीं बना सकते। बादशाह सोच में डूब गए। उन्हें लगा जैसे वे बहुत तुच्छ प्राणी हैं।

घमंड अच्छी चीज नहीं हैं।