चालाक लोमड़ी

एक कौआ एक पेड़ की डाल पर रोटी का टुकड़ा अपनी चोंच में दबाए बैठा था। एक लोमड़ी वहाँ आई। कौए की रोटी छीनने के लिए उसने एक चाल चली।

उसने कौए का अभिवादन किया, लेकिन कौए ने उसका कोई जबाब नहीं दिया क्योंकि अगर वह मुहं खोलता तो रोटी का टुकड़ा नीचे गिर जाता।

तब लोमड़ी बोली, तुम बहुत सुंदर लग रहे हो। तुम्हें तो सारे पक्षियों का राजा बना देना चाहिए। मुझे अपनी मधुर आवाज में एक गाना सुना दो।

अपनी चापलूसी से प्रसन्न होकर कौआ स्वयं को रोक नहीं पाया और उसने मुहं खोला, उसकी चोंच में दबा रोटी का टुकड़ा नीचे गिर पड़ा। चालाक लोमड़ी ने तुरंत वह टुकड़ा उठा लिया और भाग गई।