गधा और कुत्ता

Gadha Aur Kutta Ki Khani - गधा और कुत्ता पंचतंत्र की कहानी

एक धोबी के पास और गधा कपड़ों की एक गधा और एक कुत्ता था।

कुत्ता अपने मालिक के घर की रखवाली करता था पोटली को अपनी पीठ पर ढोता था।

एक रात, धोबी के मकान में एक चोर घुसा।

कुत्ते ने चोर को देख तो लिया लेकिन वह भौंका नहीं।

जब गधे ने कुत्ते से इस बारे में पूछा, तो कुत्ते ने जवाब दिया, "मालिक मेरा ख्याल नहीं रखता।

वह ढंग से खाना तक तो खिलाता नहीं।

मैं उसे नहीं जगाऊँगा।" गधे ने कुत्ते से भौंकने का अनुरोध किया पर कुत्ते ने उसकी बात नहीं मानी।

हारकर, गधा धोबी को जगाने के लिए स्वयं ही ज़ोर-ज़ोर से रेंकने लगा, जिससे धोबी की नींद खुल गई।

गधे की आवाज़ सुनकर चोर तुरंत भाग गया।

धोबी उठा तो उसे कोई नहीं दिखाई दिया।

उसे गधे पर बड़ा गुस्सा आया।

उसने एक डंडा उठाकर गधे की जमकर पिटाई कर दी।

हर किसी को सिर्फ अपने ही काम पर ध्यान देना चाहिए और दूसरों का काम दूसरों के लिए ही छोड़ देना चाहिए।