बच्चे और मेंढक

शैतान बच्चों का एक दल था जो अक्सर दूसरों को परेशान करने चोट पहुँचाने का खेल खेला करता था।

एक दिन वे एक तालाब के पास खेल रहे थे।

तभी उन्हें पानी में कुछ मेंढक दिखाई दिए।

सारे बच्चे मेंढकों को पत्थर मारने लगे।

कई मेंढक बुरी तरह से घायल हो गए और कई मर भी गए।

एक मेंढक परेशान होकर चिल्लाने लगा, “बच्चो, ये बेरहमी का खेल बंद करो।

तुम्हारे लिए यह मज़ा है, लेकिन हमारे लिए यह जानलेवा साबित हो रहा है।

खेल-खेल में तुम हम लोगों की जान ले रहे हो।

” मेंढक की बात सुनकर बच्चों को समझ आ गई और वे तालाब से चले गए।

कई बार हमारे खेल से दूसरों को बहुत अधिक हानि पहुँच जाती है।