सताने वाला चूहा

एक राक्षस चूहा | बर्टा का डर

वह चूहा बड़ा जिद्दी था ।

बर्टा की मम्मी रोजाना उसकी चीज में जहर वाली दवा डाल देती थीं

, लेकिन चूहा बाकी चीज खाकर जहर वाला हिस्सा छोड़ देता था ।

यह भी एक राज था ।

न जाने उसे कैसे पता चल जाता था कि दवा उस चीज के किस हिस्से में डाली गई है ।

मम्मी उसे पकड़ने की जितनी कोशिश करतीं , उसे पकड़ना उतना ही मुश्किल हो रहा था ।

यही नहीं , अब तो फ्रिज में रखा पाई का टुकड़ा और लासाने डिश का टुकड़ा भी गायब होने लगा था ।

वास्तव में वह चूहा तो एक राक्षस बनता जा रहा था ।

उसे पकड़ने के लिए मम्मी अपना दिमाग लगाकर हार गई थीं ।

बर्टा रोजाना अपनी मम्मी को इस तरह परेशान होते देख रही थी ।

वह उनकी मदद करना चाहती थी , लेकिन उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या किया जाए ।

वह उनकी कोई मदद नहीं कर पाई । वह एक चूहा ही तो था ।

भला कितना परेशान कर सकता था ?

बस , थोड़ा खाना ही तो खाता था ।

इसके अतिरिक्त अब तक कोई खास बड़ी घटना नहीं घटी थी ।

लेकिन जब बर्टा के खिलौने गायब होने लगे , तो उसे चिंता ने घेर लिया ।

उसकी मनपसंद लाल कार , मिस्टर ड्रैगन और लाइट वाला लट्टू उसके बॉक्स से जादुई तरीके गायब हो गए थे ।

एक रात अचानक बर्टा की आंख खुल गई ।

वह चुपचाप लेटी रही , फिर उसे रसोईघर में फ्रिज के पास से कुछ आवाजें सुनाई दीं ।

कोई चीजकेक बॉक्स खोलने की कोशिश कर रहा था और उसी की आवाज आ रही थी ।

यह कैसे हो सकता है ?

वह तो कई दिनों से मम्मी से खाने के लिए केक मांग रही थी ।

कोई दूसरा उसे कैसे खा सकता है ?

बर्टा तत्काल अपने बिस्तर से उठी और दबे पांव रसोईघर में चली गई ।

उसे रसोईघर के बीच एक मोटा और बदसूरत चूहा दिखाई दिया ।

वह बिल्ली के समान बड़ा था ।

वह बर्टा का चीजकेक खाने की कोशिश कर रहा था ।

बर्टा को रसोईघर में एक भारी बेसबॉल - बैट पड़ा दिखाई दिया ।

उसने वह बैट उठाकर जोर से चूहे पर दे मारा ।

चूहा दर्द के कारण कराह उठा । उसने मुड़कर हैरानी से बर्टा को देखा ।

उसकी आंखें लाल बल्ब जैसी थीं , दांत टीवी के रिमोट जितने बड़े और पंजे चाकू जैसे तेज थे ।

चूहा उस पर हमला करने को तैयार था । यह देखकर बर्टा डर गई ।

लेकिन बर्टा को अपने खोए हुए खिलौनों और चीजकेक की याद आ गई ।

यह सोचकर उसे बहुत गुस्सा आया कि वह चूहा उसकी सारी जरूरी चीजें उठाकर ले जा रहा था ।

ऐसी स्थिति में बर्टा का सारा डर जाता रहा ।

वह गुस्से से चिल्लाते हुए चूहे पर वार करने लगी ।

उसने चूहे के मुंह पर जोर से बैट मारा ।

वह भागकर रसोईघर की नाली के पास पहुंचा और उसके भीतर घुस गया ।

बर्टा ने तुरंत एक पत्थर लगाकर उस नाली का मुंह बंद कर दिया , ताकि वह पुनः अंदर न आ सके ।

अब बर्टा के खिलौने और चीजकेक सुरक्षित थे ।

वह हर रात नाली का मुंह उसी तरह बंद कर देती थी , ताकि चूहा घर में न आ सके ।

चूहे को सबक मिल गया था ।

अब वह भूलकर भी ब के घर नहीं आता ।

बर्टा भी अब चैन के साथ अपने सारे काम करती है ।

बर्टा की मम्मी को . भी अब किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती ।