आइसक्रीम राक्षस

पैट्रिक को आइसक्रीम खाना बहुत पसंद था ।

उसका दिल करता था कि मॉम उसे रोजाना आइसक्रीम खिलाने बाजार ले जाएं ।

वह दिन में किसी भी समय आइसक्रीम खा सकता था ।

उसे भोजन नहीं पसंद था ।

आइसक्रीम ... उसकी तो बात ही निराली थी - कितने सुंदर रंग और स्वाद !

आइसक्रीम के बारे में सोचते ही उसके मुंह में पानी आ जाता ।

लेकिन मॉम और डैड चाहते थे कि वह सब्जियां खाया करे , जबकि उसे सब्जी खाना बिल्कुल पसंद नहीं था ।

' मुझे तो यह छोटी - सी रंगीन लॉलीपॉप आइसक्रीम बहुत पसंद है ।

बस थोड़ी - सी चखकर अभी वापस रख देता हूं । '

यह सोचकर पैट्रिक आइसक्रीम को फ्रिज से निकालता और सारी चट कर जाता ।

धीरे - धीरे पैट्रिक का वजन काफी बढ़ गया और उसका शरीर बेडौल हो गया ।

यहीं नहीं , वह जल्दी - जल्दी बीमार होने लगा ।

उसे अक्सर सर्दी और जुकाम हो जाता था , परंतु पैट्रिक का आइसक्रीम प्रेम घटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा था ।

एक दिन शाम को पैट्रिक ने खाना खाने से इनकार कर दिया ।

लेकिन थोड़ी ही देर बाद उसे भूख लग गई ।

वह मेज पर रखा खाना नहीं खाना चाहता था ।

उसने एक लॉलीपॉप आइसक्रीम निकालकर उसे थोड़ा - सा खा लिया ।

फिर पूरा बॉक्स ही निकाल लाया , जिसमें आठ आइसक्रीमें थीं ।

वह सारी आइसक्रीमें मेज पर सजाकर खाने बैठ गया ।

उसका लालच दिनों दिन बढ़ता जा रहा था ।

तभी पैट्रिक ने देखा कि वे आठों आइसक्रीमें एक साथ मिलकर एक राक्षस में बदल गई ।

उसके दो हाथ और दो पैर निकल आए । फिर दो बड़ी आंखों और तीखे दांतों वाला चेहरा दिखने लगा ।

आइसक्रीम का शरीर भी वैसा रंग - बिरंगा नहीं था , जिसे देखकर पैट्रिक के मुंह में पानी आ जाता था ।

ऐसी स्थिति में उसका जी मिचलाने लगा ।

उसकी प्यारी आइसक्रीम इतनी गंदी कैसे हो सकती है ।

पैट्रिक अभी असमंजस में उसकी ओर बांहें फैलाकर बढ़ा ।

ही था कि इंद्रधनुषी रंग का राक्षस जैसे - जैसे राक्षस आगे बढ़ता जा रहा था , वैसे - वैसे वह पिघलता जा रहा था ।

अब तो वह दिखने में काफी बदसूरत लगने लगा था ।

आइसक्रीम राक्षस बोला , “ अरे वाह ! मुझे सब्जी खाना पसंद नहीं है और इस लड़के को खाने का विचार बुरा नहीं है ।

यह देखने में बहुत स्वादिष्ट लग रहा है । "

आइसक्रीम राक्षस की बात सुनकर पैट्रिक की हालत खराब हो गई ।

वह जान बचाकर भागा , लेकिन आइसक्रीम राक्षस से बचने का कोई उपाय उसके दिमाग में नहीं आ रहा था ।

आखिर में पैट्रिक वाष्प स्नान के कमरे में घुस गया और उसकी गरमाहट में जा बैठा ।

आइसक्रीम राक्षस भी उसके पीछे आ गया , लेकिन वह वहां पहुंचते ही पिघलकर खत्म हो गया ।

उस कमरे की भाप में आइसक्रीम राक्षस नहीं टिक सका ।

यह देखकर पैट्रिक ने चैन की सांस ली । फिर उसने फैसला किया कि अब वह आइसक्रीम से सदैव दूर रहेगा ।

उसे अपने लालच का फल मिल गया था ।