कार का कवर

ली की गरमी की छुट्टियां समाप्त हो गई थीं और आज स्कूल जाने का पहला दिन था ।

उसके पास अपने दोस्तों को सुनाने के लिए कुछ खास किस्से नहीं थे ।

इस कारण उसे रात को अच्छी तरह नींद नहीं आई ।

वह सुबह बहुत देर से सोकर उठी ।

अब समय से पहुंचना संभव नहीं लग रहा था ।

ली ने सोचा , ' ओह ! ये तो गलत हुआ ।

स्कूल की बस निकल गई होंगी ।

अब डैड से कहना पड़ेगा कि वे कार से छोड़ आएं ।

' फिर ली ने अपने डैड को सारी बात बताई और गैराज की ओर भागी , ताकि कार निकाली जा सके ।

लेकिन जब वह कार के पास पहुंची , तो वहीं रुक गई ।

उसका मुंह खुला - का - खुला रह गया ।

गैराज में कार के पीछे शेर जैसा एक बड़ा - सा जानवर बैठा था ।

वह कार के कवर के पीछे आधा छिपा हुआ था ।

वह बहुत परेशान दिख रहा था ।

उसके अगले पांव उठे हुए थे ।

वह पिछले दो पैरों के सहारे बैठा था ।

उसके चेहरे पर गुस्से के भाव थे । ली ने ऐसा जीव कभी नहीं देखा था ।

वह उसे देखकर बुरी तरह घबरा गई ।

ली की समझ में नहीं आया । कि वह कोई जानवर है या राक्षस , क्योंकि वह दिखने में शेर जैसा लगता था ।

उसका रंग रैकून पशु के समान था और उसके सिर पर घने एवं लंबे बाल थे ।

उसके बड़े और तीखे दांत देखकर ही रोंगटे खड़े हो जाते थे ।

दीजिए । जब ली उस जानवर के पास गई , तो वह गरजता हुआ उछला , मानो उस पर हमला करना चाहता हो ।

ली ने डरकर गैराज का दरवाजा बंद कर दिया ।

फिर अपने डैड से बोली , " डैड , आज रहने मैं पैदल ही स्कूल चली जाऊंगी । "

इसके बाद ली स्कूल के लिए निकल पड़ी ।

जब ली घर वापस आई , तो वह गैराज की ओर गई ।

वह देखना चाहती थी कि राक्षस गया या नहीं ।

ली ने गैराज में झांककर देखा वह तो अब भी गुस्से से भरा वहीं बैठा था ।

अगले कुछ दिनों तक ली ने गैराज से कार नहीं निकाली ।

वह सिर्फ राक्षस को देखने जाती रही ।

उसने किसी को भी उसके बारे में नहीं बताया ।

जब भी ली उसके पास जाती , तो वह उछलकर हमला करने की कोशिश करता , लेकिन बीच में ही रुक जाता ।

इस तरह कई दिन बीत गए ।

एक दिन ली ने निश्चय किया कि वह उस राक्षस के पास जाकर देखेगी कि उसे क्या परेशानी है ।

वह उस जगह से क्यों नहीं हट रहा है ।

उसने अपने साथ थोड़ा भोजन लिया और राक्षस के पास पहुंच गई ।

आज वह राक्षस बहुत निढाल दिख रहा था ।

ली ने उसके आगे भोजन फेंक दिया ।

जब राक्षस उसे खाने लगा , तो वह उसके निकट चली गई ।

तब ली को पता चला कि राक्षस की झबरी पूंछ , कार कवर की तार में उलझी हुई है ।

इस कारण वह बाहर नहीं आ पा रहा है ।

ली ने अपने मन - ही - मन में कहा , ' ओह , इसे मदद की जरूरत है । '

फिर वह तुरंत रसोईघर से कैंची उठा लाई और उस तार को काट दिया ।

राक्षस लपककर आगे आया और उसने ली को कसकर अपने गले से लगा लिया ।

अब ली रोजाना उस राक्षस यानी विचित्र जानवर के साथ स्कूल जाती है ।

वह उसका प्यारा दोस्त है ।

अब ली स्कूल की सबसे मशहूर लड़की बन गई है ।

उसके स्कूल के सभी बच्चे उससे काफी लगाव और स्नेह रखते हैं ।