चक्की वाला लड़का और बिल्ली बहुत समय पहले की बात है ।
एक चक्की वाला बहुत बूढ़ा हो गया था ।
उसका कोई बेटा नहीं था ।
उसकी चक्की पर तीन लड़के नौकरी करते थे ।
एक दिन उसने उनसे कहा , " तुममें से जो भी मुझे सबसे सुंदर घोड़ा लाकर देगा ,
मैं उसे अपनी चक्की का मालिक बना दूंगा ।
" तीनों लड़के घोड़े की तलाश में चल दिए ।
उन्होंने आपस में साजिश की ।
जब वे रास्ते में ठहरे , तो उन्होंने तीसरे लड़के को एक गुफा में सोता हुआ छोड़ दिया ।
वे नहीं चाहते थे कि वह भी उनका प्रतियोगी बने ।
उस लड़के का नाम एरिक था ।
सुबह जब उसकी आंख खुली तो उसने खुद को अकेला पाया ।
वह गुफा से बाहर निकला ।
तभी उसे एक छोटी- सफेद बिल्ली दिखाई दी ।
बिल्ली बोली , " एरिक ! मैं जानती हूं कि तुम क्या खोज रहे हो ।
मेरे साथ आओ ।
सात साल तक तुम मेरे नौकर बनकर रहो ।
फिर मैं तुम्हें ऐसा सुंदर घोड़ा दूंगी , जिसे कभी किसी ने देखा तक नहीं होगा । "
एरिक ने बिल्ली के यहां काम करने की हामी भर दी ।
वह वैसे भी मेहनती लड़का था ।
बिल्ली उसे जादुई किले में ले गई ।
वहां बहुत से बिल्ले नौकर भी थे ।
वे सब एरिंक से प्रेमपूर्वक पेश आए ।
एरिक ने उन लोगों के लिए लकड़ियां काटने और खेत जोतने का काम शुरू कर दिया ।
एरिक ने बिल्ली के लिए एक घर भी बनाया ।
इस तरह सात साल बीत गए ।
एरिक दिल लगाकर काम करता रहा ।
इसके बाद बिल्ली उसे घोड़ों के अस्तबल में ले गई ।
वहां बारह सुंदर घोड़े खड़े थे ।
एरिक उन्हें देखकर हैरान रह गया ।
बिल्ली ने एरिक से कहा कि वह चक्की पर वापस जाए ।
वह तीन दिन तो के अंदर उसके पास घोड़ा भेज देगी ।
जब एरिक चक्की पर वापस गया , दोनों लड़के अपने अपने घोड़े लेकर पहुंच चुके थे ।
एक का घोड़ा लंगड़ा और दूसरे का घोड़ा अंधा था ।
दोनों लड़के एरिक का मजाक उड़ाने लगे ,
क्योंकि वह खाली हाथ आया था ।
उसने उन्हें बिल्ली की कहानी सुनानी चाही , तो वे बोले कि वह गप्प मार रहा है ।
तीन दिन बाद छह घोड़ों वाली एक सुनहरी गाड़ी चक्की के बाहर आई ।
एक राजकुमारी ने गाड़ी से उतरकर कहा , “ क्या एरिक नामक लड़का यहीं काम करता है ?
वह कहां है ? वह बहुत मेहनती लड़का है ? "
राजकुमारी की बात सुनकर सभी लोग हैरान हो गए ।
तभी चक्की वाला बाहर आया ।
उसने कहा , " जी , वह मेरे पास काम करता था ।
आज मेरे लिए एक घोड़ा लाने वाला है ।
एरिक का कहना है कि उसके पास एक नायाब घोड़ा है । "
राजकुमारी बोली , “ जी , वह घोड़ा मैं अपने साथ लाई हूं ।
" राजकुमारी अपने साथ सातवां घोड़ा भी लाई थी ।
उस सुंदर घोड़े को देखकर सबकी आंखें फटी रह गईं ।
तभी एरिक चक्की से बाहर आ गया ।
वह राजकुमारी को नहीं जानता था ।
राजकुमारी ने उसे सुंदर पोशाक देते हुए कहा , " पहले इसे पहनो , फिर मैं तुम्हें अपने बारे में बताती हूं । "
जब एरिक तैयार होकर आया , तो राजकुमारी ने बताया कि वह स्वयं बिल्ली थी ।
वह एरिक के लिए घोड़ा लाई थी ।
एरिक ने वह घोड़ा चक्की वाले को दे दिया ।
चक्की वाले ने एरिक से कहा कि अब वही चक्की का मालिक होगा ।
तभी राजकुमारी बोली , “ नहीं , आप इसे अपने पास ही रखें ।
आज से मैं और एरिक नई दुनिया बसाने जा रहे हैं । "
फिर एरिक और राजकुमारी घोड़ागाड़ी में सवार होकर चल दिए ।
एरिक राजकुमारी को उस घर में ले गया , जो उसने उसके लिए बनाया था ।