यहाँ पढ़ें छोटी-छोटी कुछ ऐसी कहानियां जो आपके चेहरे पे हँसी ला सकती हैं।
बेहोश पड़े एक मरीज को देखकर डॉक्टर ने कहा, 'यह तो मर गया है।”
इसी बीच मरीज होश में आ गया और बोला, 'लेकिन अभी तो मैं जिंदा हूं।!
यह सुनकर नर्स ने मरीज को फटकारा, “चुप रहो, डॉक्टर साहब ज्यादा जानते हैं या तुम ?
डॉक्टर के खराब पड़े टीवी को ठीक करने के बाद मैकेनिक ने उनसे साँ रुपये मांगे, तो डॉक्टर साहब भड़क उठे।
बोले- सौँ रुपये किस बात के ?
मैकेनिक- किस बात के ?
अरे, टीवी रिपेयरिंग के।
डॉक्टर- लेकिन, मैं तो अपने क्लीनिक में दवा और फीस मिलाकर सिर्फ पचास रुपये ही लेता हूं और आप जरा सी मरम्मत के लिए सौ रुपये मांग रहे हैं।
मैकैनिक- मगर डॉक्टर साहब, मैं मरम्मत के साथ-साथ गारंटी भी देता हूं।
डॉक्टर ने मरीज की जांच करने के बाद कहा, “यह कोई बहुत पुरानी बीमारी है जो धीरे-धीरे आपके शरीर को घुन की तरह खा रही है।
' मरीज बोला, “भगवान के लिए धीरे बोलिए डॉक्टर साहब!
वह बीमारी बाहर ही बैठी है।'
मैनेजर (लड़की से इंटरव्यू लेते हुए)- आप हमारी फर्म में नौकरी क्यों करना चाहती हैं ?
लड़की- जी, बात यह है कि घर में बच्चों के शोर की वजह से मैं सो नहीं पाती।
एक दोस्त (दूसरे दोस्त से)- मसूरी की बदौलत ही मुझे चंद दिन खुशियों के नसीब हो पाए।
दूसरा दोस्त- लेकिन जहां तक मुझे याद है तुम तो कभी मसूरी गए ही नहीं।
पहला दोस्त- हां, लेकिन मेरी पत्नी पिछले हफ्ते गई थी न।
एक आदमी पायल्रट की नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गया।
वहां उससे पूछा गया, "आपका दिल तो कमजोर नहीं है ?”
उसने जवाब दिया, “बिलकुल नहीं सर।
मुझे एक साल में ही तीन-तीन दिल के दौरे पड़े मगर फिर भी मैं बच गया।
इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मेरा दिल कितना मजबूत है।
' इंटरव्यू लेने वाले ने पूछा, 'ये दौरे आपको कब-कब पड़े ?
उसने जवाब दिया, श्रीदेवी, जूही चावला और माथुरी दीक्षित की शादी के बाद।!
अध्यापक- रमेश, तुम बताओ, चाय नुकसानदेह है या फायदेमंद ?
रमेश- जी, नुकसानदेह।
अध्यापक- राजू, तुम बताओ।
राजू- फायदेमंद।
अध्यापक- अनिल, तुम बताओ।
अनिल- जी, अगर चाय पिलानी पड़े तो नुकसानदेह और अगर मुफ्त में पीने को मिले तो फायदेमंद।
मकान मालिक ने “मकान खाली है' का बोई लगा रखा था।
साथ ही यह भी लिखा था कि यह मकान उन लोगों को दिया जाएगा जिनके बाल बच्चे न हों।
एक बच्चा मकान मालिक के पास आया और बोला- यह मकान मुझे दे दीजिए, मेरे केवल मां बाप हैं।
कवि सम्मेलन में एक कवि अपना गीत पढ़ रहे थे।
श्रोताओं ने उनसे रात भर कविता पढ़ने का अनुरोध किया।
कवि (श्रोताओं से)- क्या आपको यह कविता इतनी पसंद आई ?
श्रोता- नहीं, आज हमारे मुहल्ले का चौकीदार छुट्टी पर गया है।
डॉक्टर- हमारे सुझाव के अनुसार ही चल रहे हो न ?
शराबी- हां महाशय, आजकल केवल चार पैग पी रहा हूं।
डॉक्टर- लेकिन मैंने तो तुम्हें मात्र दो पैग लेने के लिए ही कहा था।
शराबी- आपसे पहले भी मैं एक डॉक्टर से मिला था।
उन्होंने भी दो पैग पीने की सलाह दी थी।
महिला- डॉक्टर साहब, मेरे पति रात को सोते हुए बहुत बड़बड़ाते हैं।
क्या उनकी यह आदत छूट सकती है ?
डॉक्टर- हां, बशर्ते कि आप उन्हें दिन में बोलने का माँका दिया करें।
एक व्यक्ति (पागलों के डॉक्टर से)- महाशय, मेरी पत्नी पागल हो गई है।
डॉक्टर- अपनी पत्नी के पागलपन के दो-चार लक्षण बताएं ?
व्यक्ति- आज शाम जब मैं ऑफिस से घर पहुंचा तो उसने मुसकरा कर मेरा स्वागत किया।
बड़े प्यार से चाय की प्याली पेश की, जबकि आज पहली तारीख भी नहीं है।
जज- अच्छा, तो इस व्यक्ति ने तुम्हे कौन-कौन सी गालियां दी ?
युवक- महाशय, वह सब गालियां शरीफों के सामने देने वाली नहीं है।
वकील- हम सब यहां से चले जाते हैं तुम जज साहब को अकेले में सुना दो।
राहगीर (भिखारी को समझाते हुए)- तुम भीख क्यों मांगते हो ?
यह बहुत बुरा काम है।
भिखारी- क्या आपने कभी भीख मांगी है ?
राहगीर- नहीं। भिखारी- फिर आपको कैसे मालूम हुआ कि यह काम बुरा है ?
एक बड़ा-सा कुत्ता एक छोटे से बच्चे का मुंह और हाथ चाटने लगा।
बच्चा डर के मारे चीख उठा।
बच्चे की चीख सुनकर उसकी मां निकली और बोली- क्या हुआ, कुत्ते ने काटा तो नहीं ?
बच्चे ने भोलेपन से जवाब दिया- नहीं अभी तो चख रहा था।
मरीज- डॉक्टर साहब, मेरी दाई टांग में बहुत दर्द रहता है।
डॉक्टर- यह तो उम्र का तकाजा है।
मरीज- पर डॉक्टर साहब, उम्र तो मेरी बाई टांग की भी उतनी ही है,
फिर दाई टांग में ही तकलीफ क्यों ?
नेताजी ने एक बच्चे को चौराहे पर भीख मांगते देखा।
वह उसके पास गए और उसे समझाते हुए बोले-बेटे इस समय तो तुम्हें स्कूल में होना चाहिए।
जी साहब, मैं वहां भी गया था पर वहां 10 पैसे की भी भीख नहीं मिली-बच्चे ने कहा।
एक परेशान आदमी बस में चढ़ा।
बस में भरी भीड़ देखकर उसने कहा, “बस को क्या चिड़ियाघर बना रखा है।
' इस पर एक आदमी तपाक से बोला, 'बस एक गधे की कमी थी, जो आप के आने से पूरी हो गई।'
एक साइकिल सवार को ट्रक ड्राइवर द्वारा टक्कर मार दिए जाने के मुकदमे की तारीख थी।
जज (ट्रक ड्राइवर पर जुर्माना लगाने के बाद साइकिल सवार से)- आप इस हादसे से किस प्रकार बच गए।
साइकिल सवार- महाशय, मेरा भगवान मेरे साथ था।
जज- साइकिल पर डबल सवारी करना कानूनन जुर्म है, इसलिए आपको भी जुर्माना भरना पड़ेगा।
दो दोस्त आपस में बातें कर रहे थे।
अलीम- आज सड़क पर इतने कागज क्यों बिखरे पड़े हैं ?
खलील- यह सरकारी विज्ञापन है जिनमें जनता से अपील की गई है
कि सड़क पर रददी नहीं फेंकनी चाहिए।
महिला (तलाक के मुकदमे में जज से)- मेरा पति बिल्कुल लापरवाह है।
केवल इसे घोड़ों की रेस का ध्यान रहता है।
और तो और इसे शादी की तारीख तक याद नहीं है।
पति चीखा- सब
झूठ है हुजूर, मुझे अच्छी तरह याद है कि शादी के दिन बारह नंबर का घोड़ा दौड़ जीता था।एक भुलक्कड़ शिक्षक महोदय अपनी घड़ी सदा बायीं जेब में रखा करते थे।
एक बार भूल से दायीं जेब में घड़ी रख ली और समय देखने के लिए बायीं जेब में हाथ डाला तो घड़ी गायब।
उन्होंने एक विद्यार्थी को घड़ी लाने के लिए घर भेजा।
फिर दायीं जेब में हाथ डालकर घड़ी निकाली और कहने लगे- अभी 10.15 हुए हैं 10.25 तक जरूर आ जाना।
सड़क पर एक व्यक्ति बेहोश होकर गिर गया, उसे देखने के लिए काफी भीड़ लग गई।
भीड़ से आवाज आई, अरे इसके मुंह में थोड़ी सी ब्रांडी डाल दो।
लेकिन भीड़ में आवाज दब गई।
बेहोश व्यक्ति (काफी देर इंतजार करने के बाद)- अरे,
कोई उसकी बात भी सुनो जो ब्रांडी पिलाने के लिए कह रहा है।
एक महिला (बच्चों को लड़ते देखकर)- अरे,
तुम लोग फिर लड़ने लगे ? रोहित- नहीं मम्मी,
यह तो वही पहले वाली लड़ाई है।