Premchand Ki Kahani In Hindi

सम्पूर्ण मानसरोवर मुंशी प्रेम चंद - Mansarovar Stories

प्रेमचंद्र की सभी कहानी - संक्षिप्त मानसरोवर - मानसरोवर की सभी कहानी संक्षिप्त में

मानसरोवर (कहानी संग्रह) प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहानियों का संकलन है। मानसरोवर 8 खण्डों में प्रकाशित है और इस संकलन में दो सौ से भी अधिक कहानियों को शामिल किया गया है। प्रेमचंद ने हिन्दी कहानी को निश्चित परिप्रेक्ष्य और कलात्मक आधार दिया। उनकी कहानियाँ परिवेश को बुनती हैं। पात्र चुनती है। उसके संवाद उसी भाव-भूमि से लिए जाते हैं जिस भाव-भूमि से घटना घट रही है। इसलिए पाठक कहानी के साथ अपने आप को जोड़ लेता है। इसलिए प्रेमचंद यथार्थवादी कहानीकार हैं। लेकिन वे घटना को ज्यों-का-त्यों लिखने को कहानी नहीं मानते। यही वजह है कि उनकी कहानियों में आदर्श और यथार्थ का अद्भुत संगम है।

आत्माराम बड़े घर की बेटी
बड़े भाई साहब बेटों वाली विधवा
बैर का अंत दो भाई
दो बहनें दारोगाजी
दो बैलों की कथा ईदगाह
फातिहा गरीब की हाय ली
गुप्तघन घर-जमाई
होली का उपहार ली खून सफेद
मर्यादा की वेदी लक मैकू
नमक का दारोगा परीक्षा
पंच परमेश्वर पूस की रात
प्रेरणा राजा हरदौल
रानी सारंधा
शतरंज के खिलाड़ी सती
सवा सेर गेहूँ सुजान भगत
सदूगति ठाकुर का कुआं
अलग्योझा नशा
स्वामिनी झाँकी
आगा-पीछा अभिलाषा
ऐक्ट्रेस तारादेवी गुल्ली-डंडा
ज्योति दिल की रानी
घिक्कार ब्रह्म का स्वांग
दो कब्रे शिकार
सुभागी डिमांस्ट्रेशन
घमण्ड का पुतला अनुभव
लांछन कायर
क्रिकेट मैच कैदी
खुचड़ मांगे की घड़ी ली
आखिरी हीला (अर्थात् आखिरी बहाना तावान (अर्थात् ‘कर’)
नैराश्य लीला परीक्षा- दो
प्रेम का उदय