एक आशिक मिजाज सौंदागर
जब माल की खरीददारी के दौरे से बहुत दिनों तक न लौटा
और पत्नी को हर पत्र में यही लिखता रहा
कि बडे जोर-शोर से खरीददारी कर रहा हूं,
इसलिए जल्दी नहीं लौट सकता,
जिससे पत्नी ने तंग आकर उसे तार भेजा,
जिसमें लिखा था- तुरंत लौटो,
नहीं तो आप वहां खरीद रहे हैं,
मैं यहां बेचना शुरू कर दूंगी।
करनाल के एक सरकारी स्कूल की क्लास में -
मास्टरजी ने एक बच्चे से सवाल किया- क्यूं रे मांगीलाल, तू तीन दिन स्कूल क्यों नहीं आया ?
मांगीलाल- मास्टरजी हमारी गाय ने बछड़ा दिया था।
मास्टरजी, इस को कोई खास वजह नहीं
मानते हुए गुस्साकर कहा- 'इसमें क्या खास बात है ?
मांगीलाल बोला- खास बात नहीं है
तो तू दे के दिखा दे ना।
एक प्रेमी अपनी प्रेमिका को लेकर किराए के मकान में रहने लगा।
कुछ दिन किराए के मकान रहने के बाद
एक दिन उसने प्रेमिका से गुस्से में कहा- हमें यह मकान बदलना होगा। क्यों ?
प्रेमिका ने हैरानी से पूछा।
वह मकान मालिक का बदमाश लड़का चौक पर खड़ा कह रहा था
कि एक को छोड़कर इस इमारत में हर औरत के साथ उसके अवैध संबंध हैं।
'एक को छोड़कर।
प्रेमिका सोचती हुई बोली- वह जरूर बीस नंबर फ्लैट वाली नकचढी कमला होगी।
सर्दियों की सुबह मुंह अंधेरे दूध वाले ने एक सज्जन के
घर का दरवाजा जोर-जोर से खटखटाया तो वह हडबड़ाकर उठे। पत्नी सोई हुई थी।
उसे जगाना उन्होंने उचित नहीं समझा और जल्दी में पत्नी का शाल ओढकर बाहर चले गए।
दूध की बाल्टी उनके हवाले करने से पहले दूध वाले ने उनको बांहों में भरकर चूम लिया
तो वह हैरान रह गए।
कमरे में पहुंचे तो पत्नी जाग चुकी थी।
उस सज्जन ने हंसते हुए कहा- आज बड़ी अजीब बात हुई,
दूध वाले ने धोखे में मुझे चूम लिया।
शायद उसकी पत्नी ऐसी शाल ओढ़ती होगी, जैसी तुम्हारी है।
घर में एक युवा बिजली मिस्त्री काम कर रहा था।
घर में मौजूद महिला उससे बोली- मैं चेतावनी दे रही हूं।
एक घंटे में मेरा पति घर आ जाएगा।
लेकिन, मैडम, मैं तो कुछ भी नहीं कर रहा।
युवक घबराकर बोला।
इसीलिए तो मैं तुम्हें चेतावनी दे रही हूं।
एक गंजा जा रहा था।
एक लड़के ने उसे मजाक में छेडा- 'आज
तो दिन में भी चांद दिख रहा है।
गंजे ने फुर्ती से उस लड़के के सिर पर जोर का डंडा मारा और बोला- ले, तारे भी देख ही ले।
फोटोग्राफर- श्रीमती जी,
क्या आप तस्वीर खिंचवाने को बिलकुल तैयार हैं ?
मैं तस्वीर लूँ ? अच्छा,
एक...दो...
बीच ही में श्रीमती जी बोल उठीं- 'जरा ठहरिए,
मैं कपड़ों में थोड़ा सेंट लगा आऊं।
गरीबों के हितैषी चंदा इकट्ठा कर रहे थे।
चंदा मांगते-मांगते वे एक कवि के घर में पहुंच गए।
कवि से बोले- 'हम गरीबों के लिए चंदा
एकत्र करके बांट रहे हैं।
कवि - 'यह बहुत ही अच्छा हुआ।
इस समय मैं बहुत गरीबी में दिन काट रहा हूं।
आप सही वक्त पर आए।
यातायात के नियमों को तोडकर सड़क पार कर
रही बूढ़ी औरत को रोक कर पुलिसकर्मी ने कहा- मैं कब से सीटी बजा रहा हूँ।
तुम रुकी क्यों नहीं ?
बूढी औरत बोली - बेटा, तुम्हीं बताओ,
भला यह उम्र सीटी सुनकर रुकने की है ?
अगर दुनिया में कुछ कर दिखाना है तो मेरी बात मान
हाथी के ऊपर शीर्षासन करके फोटो खिंचवा
उस फोटो को उल्टा लटका और दुनिया को दिखा