बंताजी एक इमारत की दो सौंवीं मंजिल पर खड़े थे
तभी एक आदमी आया और कहने लगा-'बड़ा गजब हुआ, आपका बेटा मर गया!
बंताजी बोले-'क्या कहा ? चलो-चलो जल्दी चलो।
नीचे आने पर वे जोर-जोर से हॉफने के साथ-साथ हँसने भी लगे।
इस पर आदमी आश्चर्य से भर गया, उसने पूछा 'आपका बेटा मर गया और आप हँस रहे हैं ?
बंताजी पेट पकड़ कर हँसते हुए बोले दो सौँ माले उतार दिए और कैसा बुध्दू बनाया, मेरी तो अभी तक शादी ही नहीं हुई।