एक दिन सुबह में
संता सिंह अपने बेटे को बच्चागाड़ी में पास के बगीचे में घुमा रहे थे।
वहाँ संता सिंह से जो मिलता एक ही सवाल पूछता -
संता सिंह, अपने बेटे को घुमा रहे हो !
कुछ देर बाद जब वो वापस आने लगा तो फिर से वही सवाल उसके सामने आया।
बार-बार एक ही सवाल से तंग आकर संता सिंह ने उस व्यक्ति को जवाब दिया, जी नहीं पड़ोसी का बच्चा है।
उस पर उस व्यक्ति ने जबाब दिया -
"तभी मैं कहूं कि इसकी शक्ल आपके पड़ोसी से इतनी क्यों मिल रही है।