यह प्रेम कहानी एक ऐसे लड़के की है जो प्रेम शब्द के बारे में कुछ नहीं जानता था।
उसने कभी भी प्रेम के बारे में नहीं जाना था।
चलिए हम उस लड़के के प्रेम कहानी (love story ) को जानते थे।
एक लड़का था, वह काफी खुश रहता था।
उसके जीवन में कोई गम नहीं था।
अभी उसकी पढ़ाई ख़त्म नहीं हुए थी।
हम आपको बता दें कि वह लड़का पढ़ने में बहुत तेज था।
उससे हर टीचर खुश रहते थे।
जब वह अगली कक्षा में गया तो उसके कक्षा में एक नई लड़की का दाखिला हुआ।
वह लड़की पढ़ने में काफी सही थी।
यह लड़का मन का काफी साफ था, वह हमेशा लड़कियों से तो बात करता था लेकिन कोई बुरा नजर नहीं डालता था।
अब नई लड़की उस लडके की कक्षा में आई थी।
पहले तो इन दोनों में कोई बात नहीं होती थी।
लेकिन वह कहते है न कि नियति जो चाहे वह कर सकती है।
कुछ समय बाद ही पढ़ाई से जुडी काम के लिए बातें शुरू होने लगी।
पहले तो काफी कम बातें होती थी लेकिन उन दोनों को एक दूसरे से बात करने में काफी मजा आता था।
वह अब बहुत सी बाते करने लगे।
उन्हें अब धीरे-धीरे प्रेम भी होने लगा लेकिन उन्हें इसका पता नहीं चला।
लड़की तो बहुत जल्द समझ गई कि उसे प्रेम हो गया है।
वह लड़के के साथ रहने के लिए तैयार हो गई।
लेकिन लडके को कुछ भी नहीं पता था।
वह बस इसको दोस्ती ही समझता था।
समय निकलता गया।
अब पढ़ाई ख़त्म होने को थी।
लड़की सोचती थी की लड़का अपने तरफ से बोले।
लेकिन लड़का अभी तक कुछ नहीं समझ सका था।
आखिर लड़की ने ही यह बात उसके दोस्तों से कही।
बस दोस्त तो अच्छे और बुरे दोनों होते है।
लेकिन इस लडके के काफी दोस्त इसके कामियाबी से जलते थे।
इसके साथ ही अब परीक्षा का समय भी आ रहा था।
तो उस लड़के के दोस्तों ने उसकी परीक्षा को ख़राब करना चाहा।
उन्होंने यह बात पूरे स्कूल में फैला दिया।
जब यह बात टीचर तक पहुंची तो वह इस पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे।
इसके बाद यह बात लड़के के पास भी पहुंचा।
अब जब भी वह स्कूल आता था तो उसको काफी बेजती का सामना करना पड़ता था।
इसके कारण उस लड़की से बात करना भी छोड़ दिया और परेशान भी होने लगा।
उसने जैसे तैसे परीक्षा को खत्म किया और उसके बाद वह अपने नई जिंदगी की शुरुवात की।
भले ही उसके परीक्षा में कम अंक आए थे लेकिन आज वह बहुत खुश है।
क्योंकि पढ़ाई ख़त्म होने के बाद उसने बड़ी मेहनत की और एक बड़ा अफसर बना और अब उस लड़की से शादी कर ली।
उस लडके को भी उस लड़की से प्रेम था लेकिन वह एक अच्छे समय के इंतजार में था।