एक लड़का था।
वह काफी गरीब था।
उसके पास ना तो कुछ खाने को था और ना ही रहने को घर था।
वह अपने दोस्त के घर रहा करता था।
उसने एक छोटी सी कंपनी में पैंटिंग का काम करना शुरू कर दिया।
धीरे-धीरे उसके पास काफी पैसे भी हो गए।
बाद में वह काफी धनी भी हो गया।
लेकिन अभी भी उसके अंदर कुछ कमी का एहसास होता था।
जब वह छोटा था तभी उसके माता पिता इस दुनिया से चले गए थे।
उसने कभी प्रेम को नहीं जाना था।
एक दिन जब वह अपने किसी काम से बहार गया था तो उसे एक लड़की दिखी जो कि काफी अच्छी और खबसूरत थी।
उसको देखते ही इस लकड़ी को उस लड़के से प्रेम हो गया।
वह काफी देर तक उस लड़के को देखती रही।
कुछ देर बाद वह लड़की वहाँ से चली गयी।
कुछ दिनों तक यह लड़का उस लड़की को खोजता रहा लेकिन वह लड़की न मिली।
लेकिन नियति ने उस लड़की से इस लड़की को मिला दिया।
वह लड़की इस लड़के के घर काम की तलाश में आई थी।
लड़के ने लड़की को तुरंत घर के काम के लिए रख लिया।
जब वह लड़की इस लड़के इस मिलने आई थी तो उस समय इस लडके ने कुछ शब्द भी साफ से नहीं बोल पा रहा था।
जिससे लड़की को लगा की यह लड़का गूंगा है।
लड़का भी जान गया था कि यह लड़की हमें गूंगा समझती है।
इसके साथ ही साथ यह लड़की समझ गई थी कि यहां लड़का इस घर का नौकर है ना कि मालिक है।
अब जब भी यह लड़का उस लड़की के पास जाता तो गूंगा बन जाता है।
धीरे-धीरे वह लड़की इस लडके पर काफी रहम खाने लगी।
अब उसे इस लड़के के लाचारी पर प्यार होने लगा।
लेकिन फिर वह लड़की एक बात से डर कर पीछे हट जाती थी।
इस लड़की के भी माता-पिता बचपन में ही मर चुके थे, इस लड़की को इसके चाचा ने पाला था और वह चाहता था
कि वह जब तक जिन्दा रहे यह लड़की उसके खाने और पीने का पैसा दे।
लड़की का प्रेम हद से भी बाहर जाने लगा।
लड़के के एक खासी पर भी वह लड़की दौड़े उस लड़के के पास पहुंच जाती थी।
अब लड़का भी समझ गया कि इस लड़की को मुझसे प्रेम हो गया है।
लड़का भी बहुत ज्यादा उस लड़की से प्रेम करता था।
उसने पहले लड़की के बारे में सब कुछ पता किया।
जब उसे सब पता चल गया तो वह बहुत रोने लगा क्योंकि उसने गूंगे होने का झूठ बोला था।
अब वह दिनों रात रोने लगा।
लड़की अपने सैलरी में से लड़के की इलाज करवाने को कहती थी।
एक दिन सुबह ही उस लड़की को पता चला कि वह लड़का हॉस्पिटल में भर्ती है।
वह दौड़ते हुए जब हॉस्पिटल में पहुंची तो उसने देखा कि लड़का बेड पर बेहोश पड़ा है।
उसके आस-पास काफी मशीन लगी हुए थी।
जब लड़की डॉक्टर के पास पहुंची तो वहा पर डॉक्टर ने उसे बताया कि लड़का अब बोल नहीं सकता है
उसने अपनी जीभ को कटाने की कोशिश की है इसके साथ ही उस डॉक्टर ने उस लड़की को एक पत्र दिया।
उस पत्र में लिखा था, मैं एक काफी धनी लड़का हु, जिस घर में तुम काम करती हो उस घर की मालिक मै ही हु।
लेकिन इसके साथ ही मैंने तुमसे एक बहुत बड़ा झूठ बोला है कि मै एक गूंगा हु।
अब इस झूठ का प्रायश्चित करने के लिए मै ऐसा काम करने जा रहा हु।
इसके साथ ही तुम मेरे घर से मेरे मैनेजर से पैसो को लेकर अपने चाचा को दे देना और एक नई जिंदगी की शुरूवात करना।
अगर हो सके तो मुझे माफ़ कर देना तुम्हारा दोषी।
इस पत्र को पढ़ने के बाद उस लड़की के आँख आँसू से भर आए।
वह दौड़ते हुए मंदिर में गई उसने भगवान के सामने कसम खाया कि जब तक वह लड़का बोलने नहीं लगता है तब तक वह कुछ नहीं खाएगी।
भले ही वह मर क्यों न जाए।
इधर डॉक्टर भी उस लड़के की इलाज कर रहे थे।
ईश्वर ने दोनों के मन की बात काबुल कर लिए और अब लड़का बोलने लगा।
लेकिन वह अपनी याददाश्त को खो गया।
अब उसे कुछ भी नहीं याद था।
अब इसके बाद लड़की ने उसके याददाश्त के लिए काफी कुछ किया लेकिन याददाश्त न आ सका।
अगर प्रेम की नीव को झूठ पर रखा जाए तो वह गिर ही जाता है।