प्यार में शक | तोड़ा नैना का दिल
आर्यन और नैना एक कॉलेज में पढ़ रहे थे और उनकी दोस्ती कुछ ही दिनों में प्यार में बदल गई।
उनका प्यार गहरा और अच्छा था, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया,
उनकी दोस्ती में झगड़े और मिलने-मिलाने की तनाव शुरू हो गए।
नैना के स्थानीय शहर में परिवार की समस्याओं के कारण उसके पास समय नहीं होता था,
जिससे आर्यन के साथ उसकी बातचीत भी कम हो गई।
वे दोनों आपसी सहयोग और समझ के बावजूद अपने प्यार को बरकरार रखने में विफल रहे।
एक दिन, जब नैना शहर में नहीं थी, आर्यन ने एक गलतफहमी के आधार पर नैना को एक संदेश भेजा,
जिसमें उसने उसकी विश्वासघात की बातें लिखी थी।
जब नैना वापस आई और उसने सच्चाई जानी, तो वह बहुत दुखी हुई।
दोनों के बीच में कई प्रयासों के बावजूद, उनकी दोस्ती के रिश्ते में गहराईयाँ बढ़ने के बावजूद, उनका प्यार टूट गया।
यह एक दुखद स्थिति बन गई, जिससे दोनों को अपने प्यार की क़दर करने का आवसर मिला, लेकिन बिना किसी चाहे हुए नतीजे के।
रोहन और मेघा एक छोटे से गाँव में रहते थे।
उनकी मुलाकात बचपन में हुई थी और वे बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे।
वक़्त बितने के साथ, उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई और वे एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे।
लेकिन जैसे-जैसे वे बड़े होते गए, उनकी परिस्थितियाँ भी बदल गईं।
रोहन के पास अपने परिवार का बोझ था और उसे ज़िन्दगी के साथ लड़ना पड़ रहा था।
मेघा उसके साथ खड़ी थी, लेकिन रोहन की समस्याओं का समाधान नहीं मिल पा रहा था।
धीरे-धीरे, उनका प्यार दबने लगा और उनकी दूरियाँ बढ़ने लगी।
मेघा को ख़बर मिली कि रोहन अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए किसी और के साथ है।
यह सुनकर उसका दिल टूट गया, परंतु उसने रोहन की ख़ुशी के लिए खुद को बलिदान कर दिया।