एक छोटे से शहर में, दो दिलों के बीच एक अद्भुत प्रेम कहानी थी।
विक्रम और सुमन, दो जवान जीवनसाथी, एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे।
उनका प्रेम वाकई अनमोल था, और उन्हें दोनों के बिना जीने की कल्पना भी नहीं होती थी।
लेकिन एक दिन, एक दुर्घटना हो गई।
विक्रम को एक कार दुर्घटना में घायल हो गया, और उसका हाल गंभीर हो गया।
वह अस्पताल में भर्ती हो गया, जहां उसे लंबे समय तक निर्धारित किया गया।
सुमन को विक्रम का हाल जानकर बहुत दुख हुआ।
उसका मन उदास हो गया, और वह हर पल उसकी चिंता में खो गई।
विक्रम की ख्वाहिश थी कि सुमन अस्पताल आए और उसके साथ समय बिताए,
लेकिन विभाजन के कारण, सुमन अस्पताल नहीं जा सकती थी।
दिन बितते गए, और विक्रम की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही थी।
सुमन को अपने प्यार को अस्पताल में देखने की विचार से भी आशा मिलती थी,
लेकिन वह उस बंधन से मुक्त नहीं हो सकती थी।
आखिरकार, एक दिन उनके हाथ बंध गए। विक्रम की स्थिति बिगड़ी हुई थी,
और उसका जीवनसाथी उसके साथ रहने का निर्णय लेने में साहस नहीं कर पा रही थी।
एक बेहद दुखभरी पल, सुमन ने विक्रम से विदाई ली।
सुमन ने अपने प्यार का हाथ छोड़ा और अस्पताल से चली गई।
उसका दिल टूट गया, और वह रोए बिना नहीं रह पाई।
उसने विक्रम को चाहा, उससे बिना कहे विदाई ली, और वह एक दुर्भाग्यशाली विचार बन गई।
यह सच्ची और दु:खद प्रेम कहानी है जो बताती है कि प्यार में जीत नहीं होती हर बार,
और कभी-कभी दिल के दर्द का सामना करना होता है।