बहादुर छोटा चूहा की कहानी

बहुत समय पहले की बात है।

एक छोटे से गाँव में जैरी नाम का एक छोटा चूहा रहता था।

जैरी भले ही दिखने में छोटा था, लेकिन उसका दिल बड़ा था और वह काफ़ी ज़्यादा बहादुर भी था।

अपने आकार के बावजूद, वह हमेशा एक साहसिक कार्य पर जाने और अन्य जानवरों को साबित करने का सपना देखा करता था।

एक दिन, एक खूंखार बिल्ली गाँव में आ गई, जिससे सभी जानवर डर के मारे रहने लगे।

वे इतने ज़्यादा डरे हुए थे की वे अपना घर छोड़कर खाना इकट्ठा करने से भी डरने लगे।

ऐसे में गाँव तेजी से संसाधनों से बाहर हो रहा था।

जैरी ये भली भाँति जानता था कि उसे अपने दोस्तों और घर को बचाने के लिए कुछ करना होगा।

वह अब बिल्ली को मात देने की योजना के साथ आया और अपने साहसिक कार्य पर खुद निकल पड़ा।

उसने एक चमकदार घंटी ढूंढी और उसे अपनी पूंछ से बांध लिया।

वह तब बिल्ली के घर में घुस गया जब वह सो रही थी और जोर से घंटी बजाई।

बिल्ली चौंक कर उठी और उस शोर का पीछा किया, और गाँव से बाहर चली गई।

जैरी की इस बहादुरी से अब गांव अन्य जानवरों के लिए सुरक्षित हो चुका था।

अन्य जानवर जैरी की बहादुरी से चकित थे और उन्होंने अपने घर को बचाने के लिए उसे धन्यवाद दिया।

तब से, जैरी को गांव में सबसे बहादुर चूहे के रूप में जाना जाने लगा।

कहानी की सीख

छोटे से छोटा प्राणी भी बड़ा बदलाव ला सकता है यदि उसके पास साहस और दृढ़ संकल्प हो।