गोलू गर्मी की छुट्टी में अपनी नानी के घर जाता है।
वहां गोलू को खूब मजा आता है, क्योंकि नानी के आम का बगीचा है।
वहां गोलू ढेर सारे आम खाता है और खेलता है।
उसके पांच दोस्त भी हैं, पर उन्हें गोलू आम नहीं खिलाता है।
एक दिन की बात है, गोलू को खेलते-खेलते चोट लग गई।
गोलू के दोस्तों ने उसे उठाकर घर पहुंचाया और उसकी मम्मी से उसके चोट लगने की बात बताई।
चोट पर गोलू को दवा लगाई और उसकी मालिश की गई।
मम्मी ने उन दोस्तों को धन्यवाद किया और उन्हें ढेर सारे आम खिलाएं।
गोलू जब ठीक हुआ तो उसे दोस्त का महत्व समझ में आ गया था।
अब वह उनके साथ खेलता और खूब आम खाता था।
कहानी की सीख
दोस्त सुख-दुख के साथी होते हैं। उनसे प्यार करना चाहिए और कोई बात नही छिपानी चाहिए।