सच्चा प्यार इस से साबित नहीं होता कि आप कितने लंबे समय से एक साथ है, सच्चा प्यार तब पता चलता है जब परिस्थितियां खराब चल रही हो और फिर भी आप एक दूसरे के साथ रहे, एक दूसरे को सपोर्ट करे और ज़िन्दगी में साथ आगे बढ़े।
रूबी एक फैशन डिजाइनर थी, और नितिन एक कंपनी में सल्स मैनेजर का काम करता था।
रूबी और नितिन एक दूसरे को कॉलेज से जानते थे और एक दूसरे से प्यार करते थे।
उनके रिलेशन को लगभग 6 साल हो गए थे और अब रूबी नितिन से शादी करना चाहती थे।
पिछले महीने नितिन का प्रोमोशन हुआ था, तो इसी कारण उसे दूसरे शहर में शिफ्ट होना पड़ा था।
जाने से पहले वो रूबी से मिला था। रूबी बहुत उदास थी कि अब वो दोनो मिल नहीं पाएंगे, लेकिन रूबी ने नितिन को कभी माना नहीं किया जाने से वो चाहती थी नितिन अपने कैरियर में आगे बढ़े और यही सोच कर उसने खुशी खुशी नितिन को जाने दिया था।
वो दोनो एक दूसरे को रोज़ फोन करते थे और घंटो बाते करते थे, रूबी उस से उसके नए काम नई जगह के बारे पूछती रहती कि सब कैसा है उधर, वो समय पर खाना कहता है ना, काम में ध्यान लगता है ना, रूबी उसे उसका सब कुछ पूछती थी।
एक साल अच्छे से बित गए थे लेकिन फिर कुछ ऐसा होने लगा कि रूबी बहुत परेशान रहने लगी।
नितिन ना तो खुद रूबी को फोन करता था और जब रूबी फोन करती थी तो ये बोल कर फोन रख देता था कि वो काम में व्यस्त है।
रूबी को समझ नहीं आ रहा था कि नितिन ऐसा क्यों कर रहा है भले कितना भी काम हो पाच मिनट तो मुझसे बात कर ही सकता है।
एक महीना ऐसे ही चला गया, फिर रूबी थक कर नितिन को फोन करना छोड़ दी, और नितिन तो अब उसे खुद से फोन करता ही नहीं था।
कुछ दिन ऐसे ही बीत गए तो रूबी ने खुद फोन किया नितिन को, उसने फोन नहीं उठाया रूबी ने उसे 4,5 बार फोन किया फिर भी उसने फोन नहीं उठाया और ना ही उसने बाद में खुद रूबी को फोन किया।
रूबी बहुत परेशान हो गई वो सोचने लगी कि सच में नितिन काम में व्यस्त रहता है कि कुछ और बात है। कुछ दिनों बाद रूबी अपने काम से छुट्टी लेकर नितिन को बिना बताए उस से मिलने चली गई।
रूबी को नितिन का पूरा पता मालूम था कि वो कहा रहता है।
रूबी रात के समय नितिन के घर पहुंची थी, उसने देखा कि नितिन के घर पर ताला लगा हुआ था, उसने नितिन को फोन किया लेकिन हमेशा की तरह नितिन ने रूबी का फोन नहीं उठाया, फिर रूबी ने नितिन को मेसेज किया कि "मै तुम्हरे घर के बाहर खड़ी हूं तुम कहा हो?" थोड़ी देर बाद नितिन ने फोन किया और उसे बहुत डाटा की तुम बिना बताए क्यों आ गई इधर, किसने बोला था तुम्हें इधर आने के लिए,और फोन रख दिया।
उसने रूबी की कोई बात नहीं सुनी, रूबी उसके घर के बाहर ही बैठी रह गई कि शायद नितिन को ऑफिस में बहुत काम हो और मै बिना बताए आ गई इस लिए वो गुस्सा हो गया, और वो उसके घर के बाहर ही बैठ के उसका इंतज़ार कर रही थी। सफर में रूबी बहुत थक गई थी और उधर बैठे बैठे रूबी की आंख लग गई और वो सो गई।
सुबह उसकी आंख खुली तो उसने देखा कि नितिन अभी तक घर नहीं आया।
उसने फिर से नितिन को फोन किया, फोन उठाते ही नितिन बोला क्या है! तुम मुझे बार बार क्यों फोन कर रही हो, रूबी बोली तुम कहां हो रात भर तुम घर नहीं आए मै इधर तुम्हारे घर के बाहर कल रात से तुम्हारा इंतजार कर रही हूं। नितिन गुस्से में बोला तुम चली जाओ मैं नहीं आ सकता, रूबी की आंखो में असू आगए रूबी बोली क्यों कर रहे हो ऐसे, मेरी क्या गलती है ये तो बताओ।
नितिन बोला तुम जाओ मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी और फिर फोन रख दिया।
रूबी बहुत रोने लगी उसके पास वापस जाने के आलावा कोई रास्ता नहीं था, वो अनजान शहर में नितिन को कैसे और कहा ढूंढती।
फिर उसने सोचा कि नितिन के पड़ोसियों से एक बार पूछ ले कि नितिन यही रहता है ना कि कहीं और शिफ्ट हो गया है।
उसने पूछा तो उसे पता चला कि पिछले एक महीने से नितिन यहां रहता ही नहीं है। ये सुन कर उसे और बुरा लगा कि नितिन ने उसे कुछ नहीं बताया था कि वो कहीं और शिफ्ट हो गया है, पहले नहीं बताया था ठीक है लेकिन अब जब मै यहां आ गई हूं फिर भी उसने कुछ नहीं बताया और ना ही मिलने आया। वो वहा से अपने घर लौट गई। वो बहुत बेचैन हो रही थी नितिन ऐसा क्यों कर रहा है, वो नितिन को फोन और मेसेज करती थी लेकिन वो ना तो फोन उठता और ना ही मेसेजेस का रिप्लाइ करता था।
कुछ 15 दिनों बाद नितिन का फोन आया, रूबी अपने ऑफिस में थी, उसने तुरंत फोन उठाया और ऑफिस से बाहर निकली बात करने के लिए।
वो पूछने लगी कि नितिन तुम्हे क्या हो गया है तुम मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे हो मुझसे कोई गलती हुई है तो मुझे बताओ लेकिन मुझे ऐसे इग्नोर नहीं करो, मुझसे बात करो। उधर से नितिन बोला अब प्लीज़ तुम मुझे भूल जाओ मैं किसी और से प्यार करता हूं और उस से शादी करने वाला हूं, और पिछले एक महीने से उसके साथ ही रहता हूं इसली तुमसे मिलने नहीं आया था उस दिन, हो सके तो मुझे माफ़ कर देना, मै अपना फोन नंबर भी बदल रहा हूं।
इतना बोल कर नितिन ने फोन रख दिया।
रूबी ये सब सुन कर तो मानो जैसे उसके पैरो के नीचे से ज़मीन ही निकल गई, उसका दिल बहुत ही तेज़ी से धड़कने लगा, वो रोने लगी और सोचने लगी कैसे 6 साल का रिलेशन ऐसे कोई एक झटके में तोड़ सकता है।
वो उसी वक़्त ऑफिस से घर चली गई, वो बहुत रोई और फिर नितिन को फोन करने लगी कि नितिन ऐसे नहीं कर सकता वो मुझे छोड़ कर नहीं जा सकता, लेकिन जैसे नितिन ने कहा था कि वो अपना नंबर बदल रहा है, तो उसका फोन भी नहीं लगा।
रूबी डिप्रेशन में चली गई थी, वो 15 दिनों तक ऑफिस नहीं गई उस रोज़ ऑफिस से फोन आते थे, आखिर में उसके बॉस ने उसे बोल दिया कि ऐसे ही कुछ दिन और चला तो उसे अपनी नौकरी खोनी पड़ेगी।
फिर कुछ दिनों बाद रूबी ऑफिस जाने लगी लेकिन काम में उसका ध्यान नहीं रहता था। 5 मिहिने हो गए उस बात को अब रूबी धीरे धीरे धीरे संभल रही थी। नितिन ने फिर कभी रूबी को फोन नहीं किया ना रूबी ने फिर कभी उसे फोन किया।