एक लड़के ने अपने पिता से कहा पापा मुझे नया मोबाइल चाहिए पिता ने कहा बेटा अभी कुछ वक्त रुक जा फिर तुझे एक नया मोबाइल दिल दूंगा ।
बेटे ने कहा आपके पास मेरे लिए कभी पैसे नहीं होते हैं मेरे सब दोस्त अच्छे रहते हैं
किसी के पास कोई कमी नहीं है केवल मेरे पास ही हर चीज की कमी होती है अब आप बच्चे पैदा करना बेहद आसन है
लेकिन उन्हें पालना बेहद मुश्किल जब आप मेरी जरूरत पुरी कर ही नहीं सकते।
तो क्या मतलब इस घर में रुकने का मैं घर छोड़कर जा रहा हूं बेटा रुक जा मेरी बात तो सुन हम तुझे दिल देंगे माता और
पिता ने बेटे को रोकने और समझने की काफी कोशिश की लेकिन वो नहीं रुक गुस्से में उसने बैग पैक किया और घर से निकाल पड़ा ।
लेकिन घर से निकलते वक्त गलती से उसने अपने पिता की डायरी अपने बैग में दाल ली पिता की आदत थी की
वह हमेशा डायरी लिखा करते थे और उनकी डायरी को छुने की परमिशन किसी को भी नहीं थी लड़का घर से काफी दूर आ गया और थक कर बैठ गया ।
जब उसने वो डायरी देखा तो उसने सोचा आखिर मिल ही गया खजाना आज पता चल जाएगा की मेरे पिताजी ने
कहां-कहां दौलत छुपा राखी है और उन्हें किन-किन लोगों से पैसे लेने हैं और सरा का सरा लेखा- झुका आज मुझे मिल जाएगा ।
बेटे को लगा इस डायरी में पिताजी की सारी लेन-देन का हिसाब होगा जैसे ही लड़के ने उस डायरी को पढ़ना शुरू किया
उसकी आंखों से आंसू बहाने लगे डायरी की शुरुआती पन्नों में बेटे को जो बाइक दिलाई थी उसका हिसाब लिखा था जिसकी EMI पिताजी अभी तक चुका रहे थे ,
दूसरे पन्नों में उसके कॉलेज की फीस और एडमिशन का कर्ज लिखा था की इन इन लोगों को इतने पैसे वापस देने हैं
और सबसे आखिरी पन्ने पर लिखा था की बेटे को अब मोबाइल दिलाना है उसके लिए मुझे कौन-कौन उधार दे सकता है उन सभी लोगों के नाम लिखे हुए थे
बेटे ने जैसे ही सब पढ़ा वो पागलों की तरह रोने लगा और रोते-रोते दोड़ता भगता घर आया जैसे ही
उसने घर आकर देखा तो उसके माता-पिता एक कोने में बैठकर रो रहे थे बेटा अपने पिता के पैरों में गिरकर
रोने लगा की पिताजी मुझे माफ कर दो पिता ने कहा बेटा तू मत रो तुझे मोबाइल मिल जाएगा ,
बेटे ने कहा पिताजी मुझे आपसे कुछ नहीं चाहिए मुझे पता चल चुका है आप इस डायरी में हम लोगों से क्या छुपाते थे
मैं अब आपको कोई कम नहीं करने दूंगा मैं मेहनत करके सब कुछ ठीक करूंगा ये सुनकर पिताजी ने बेटे को गले से लगा लिया
दोस्तों मां-बाप अपना पूरा जीवन अपनी पुरी खुशी अपने बच्चों के लिए कुर्बान कर देते हैं लेकिन कुछ बच्चों को लगता है
की मां-बाप ने उनके लिए कुछ नहीं किया वह कभी आपको अपनी समस्या नहीं बताते भले ही
वह कितनी ही बड़ी समस्या से गुर्जर रहे हो रिश्तेदार भी उन्हें निचाँ दिखाते होंगे
तो भी वो सह लेते होंगे लोग भी ताने मारते होंगे तो भी वो सह लेते होंगे लेकिन आपसे अपनी समस्या कभी
शेयर नहीं करते क्योंकि वो आपको कभी दुखी नहीं देखना चाहते है ।
अब आपका फर्ज बनता है अपने मां-बाप को अच्छी तरह रखना और उन्हें सुख देना ताकि वो भी अपने जीवन का बचा हुआ समय सुख में गुर्जर सके
यदि आप अभी भी नींद में सोए हो तो आप जग जाइए और अपने शौक पूरे करने पर
नहीं अपना करियर बनाने पर ध्यान दीजिए क्योंकि अगर आप अपने मां-बाप के रहते कुछ नहीं कर पाए तो
बाद में आप सोने का महल भी बना लोगे ना उसमें भी आपको नींद नहीं आएगी
अपने जीवन में कुछ बेहतर कर लीजिए ताकि आपके माता-पिता को उम्र होने के बाद भी कामना करना पड़े ।