एक बार बादशाह ने प्रश्न किया, बताओ बीरबल, सबसे बड़ा हथियार क्या है ?
जी सबसे बड़ा हथियार तो औसान ही है।
औसान ?
जी हाँ।
बिना तीर, तलवार के औसान घरा रह जाता है।
और बिना औसान के हथियार रखे रह जाते हैं। क्योंकि हथियार बिना चलाए तो चल नहीं सकते। चलाने के लिए औसान चाहिए।
बादशाह उस समय चुप हो गए। कुछ दिनों बाद बीरबल के रास्ते में बादशाह ने एक खुनी हाथी छुड़वा दिया। वे निहत्थे बीरबल ने सामने आते हुए खूनी हठी को देखा जो करीब ही था। बीरबल घबराए नहीं। उन्होंने भय से होश नहीं खोया जैसे कि लोग खो देते हैं।
उन्होंने भय से होश नहीं खोया जैसा की लोग खो देते हैं। उन्होंने इधर-उधर देखा। साहस, सूझ-बुझ और औसान से काम लिया। उन्होंने पास में खड़ी एक कुतिया हाथी के मस्तक पर पड़ी।
कुतिया के पंजों और दाँतों की खरोंच लगने तथा भौंकने की आवाज से हाथी डर गया।
बीरबल ने अपनी सूझ और औसान से अपनी जान बचा ली।
बादशाह छिपकर देख रहे थे।
बीरबल का औसान देखकर वे खुश हो गए और मान गए कि सबसे बड़ा हथियार औसान है।