एक बार फारस के राजा ने अकबर से पूछा, 'तुम्हारे पास पारस ?'
'हाँ है।' बादशाह ने उत्तर दिया।
'कहाँ है?' 'यह तो है।'
बादशाह ने बीरबल की ओर संकेत किया।
'यह पारस है ?'
'हाँ, ये बीरबल हैं, मेरे सच्चे मित्र।
सच्चे गुणी मित्र पारस से भी बढ़कर होते हैं, इसलिए सोने वाले पारस से अच्छा मित्र ही होता है।'