कहते हैं, जब इंसान की उम्मीदें टूटने लगती हैं,
तभी असली जिंदगी शुरू होती है।
ये बात अमन को भी समझ आने लगी थी।
एक समय था जब उसके सपने आसमान छूते थे।
एक इंजीनियर बनने का, देश की सेवा करने का ख्वाब उसके दिल में धड़कता था।
लेकिन किस्मत ने उसके साथ कुछ और ही खेल खेला।
अमन एक छोटे से गांव का रहने वाला था।
पढ़ाई में होशियार था, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से उसे पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
परिवार की जिम्मेदारी उसके कंधों पर आ गई।
वह खेतों में काम करने लगा।
धीरे-धीरे उसकी उम्र बढ़ती गई, और उसके सपने धुंधले पड़ने लगे।
एक दिन, गांव में एक दुर्घटना हुई।
एक ट्रक अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गया।
उसमें सवार लोग बुरी तरह घायल हो गए।
गांव में अफरा-तफरी मच गई।
लोग घायलों को बचाने की कोशिश कर रहे थे। अमन भी भीड़ में शामिल था।
तभी उसकी नजर एक बच्ची पर पड़ी।
वह बच्ची बेहोश पड़ी थी, और उसके शरीर से खून बह रहा था।
अमन के दिल में कुछ उठा।
वह बच्ची को उठाकर गाड़ी में बैठाया और उसे अस्पताल पहुंचाया।
डॉक्टरों ने बच्ची की हालत गंभीर बताई। अमन ने हिम्मत नहीं हारी।
उसने बच्ची के परिजनों की खोज शुरू की। काफी मशक्कत के बाद उसे बच्ची के पिता का पता चला।
बच्ची के पिता एक बड़े शहर में रहते थे।
वे एक अमीर व्यापारी थे।
जब उन्हें अपनी बेटी के बारे में पता चला, तो वे तुरंत गांव पहुंचे।
उन्होंने अमन को अपनी बेटी की जान बचाने के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने अमन से कहा कि वह कुछ भी मांग सकता है।
अमन ने कुछ नहीं मांगा।
उसने सिर्फ इतना कहा कि वह बच्ची को ठीक होकर देखना चाहता है।
बच्ची धीरे-धीरे ठीक होने लगी। अमन रोज अस्पताल जाता था।
बच्ची के साथ खेलता था, उसे कहानियां सुनाता था।
बच्ची भी अमन से बहुत प्यार करने लगी थी।
एक दिन, बच्ची के पिता ने अमन को बुलाया।
उन्होंने कहा, “अमन, तुमने मेरी बेटी की जान बचाई है।
मैं तुम्हारा बहुत आभारी हूं। मैं तुम्हारे लिए कुछ करना चाहता हूं। तुम क्या चाहते हो?”
अमन ने कुछ देर सोचा, फिर बोला, “मुझे पढ़ाई करनी है।
मैं इंजीनियर बनना चाहता हूं।”
बच्ची के पिता मुस्कुराए। उन्होंने अमन को अच्छे से पढ़ाने का वादा किया।
उन्होंने अमन को शहर में अपने घर बुलाया। अमन के लिए एक अच्छे से कमरा और किताबें व्यवस्था की गईं।
शहर में आकर अमन की दुनिया बदल गई। वह एक नए संसार में पहुंच गया था।
उसे पढ़ने का मौका मिला। उसने दिन-रात मेहनत की।
उसके अंदर की प्रतिभा धीरे-धीरे निखरने लगी।
वक्त बीता, और अमन ने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर ली।
उसने एक अच्छी नौकरी भी पा ली। लेकिन उसने शहर की चकाचौंध में खुद को नहीं खोया।
वह अपने गांव को नहीं भूला। उसने गांव में एक स्कूल बनवाया,
ताकि दूसरे बच्चे भी पढ़ सकें।
इस कहानी की सीख :- Best Inspirational Kahani in Hindi
अमन की कहानी एक प्रेरणादायक कहानी है। यह कहानी बताती है कि कैसे अंधेरे में भी उजाला होता है।
कैसे मुश्किलों के बाद भी जीने की उम्मीद होती है। कैसे एक छोटा सा कदम बड़ी से बड़ी मंजिल तक पहुंचा सकता है।