गधों का गवर्नर

मुल्ला नसरुद्दीन कहानी - Mulla Nasruddin

खोजा नसरुद्दीन अपनी एक आदत से बाज नहीं आता था।

आदत यह थी कि जहां भी वह कोई अटपटा काम होते देखता, तुरंत मीन-मेख निकलाने लगता था।

यदि कभी किसी ने कोई बेवकूफी भरी बात की हो तो उसकी काट फौरन करता था।

खोजा को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था कि कहने वाला बादशाह है, वजीर है या शहर का कोतवाल।

यदि कोई सरकारी मुलाजिम किसी गरीब आदमी को बेवजह परेशान कर रहा हो तो वह बीच में कूद पड़ता था।

वह उस गरीब को उस अधिकारी के चंगुल से न सिर्फ आजाद करवाता था बल्कि

जरूरी हुआ तो उस अफसर की शिकायत बादशाह तक करने पहुंच जाता था।

कई बार जब बादशाह के किसी अटपटे आदेश का पालन करने के लिए सरकारी अधिकारी जनता को मजबूर कर रहे होते थे,

तब खोजा अचानक वहां पहुंच कर उन्हें वैसा करने से रोक देता था।

जब वे नहीं रुकते थे, तब वह बादशाह के पास जाकर उनकी शिकायत करता था कि आपके अधिकारी जनता को ऐसा काम करने को कह रहे हैं जैसा काम कोई बेवकूफ ही करने को कह सकता है।

जाहिर है बादशाह को यह सुनकर बुरा लगता था, चूंकि अधिकारी उसी के आदेश का पालन कर रहे होते थे।

अलबत्ता वह खोजा के सामने यह नहीं कह पाता था कि अधिकारियों से वह बेवकूफी करने को उसी ने कहा था।

एक दिन बादशाह ने खोजा को ही अपमानित करने की योजना बनाई।

उसने खोजा को अपने महल में बुलवाया और अपने तमाम अधिकारियों व वजीरों की मौजूदगी में बड़ी शान से खोजा जिस कुर्सी पर बैठा था,

उसके पास पहुंचा।

बादशाह ने पूरी संजीदगी से उन सबके सामने ऐलान किया, “आज से मैं खोजा को राजधानी के गधों का गवर्नर नियुक्त करता हूं।"

यह सुनते ही वहां मौजूद सभी व्यक्ति खिलखिलाकर हंस पड़े।

तभी खोजा अपनी जगह से उठा और बड़े अदब से बादशाह को सलामी देने के बाद, शान से बादशाह की गद्दी पर जा बैठा।

ख़ोजा के पीछे-पीछे बादशाह भी लपकता हुआ अपनी गद्दी तक आया और कड़कती आवाज में खोजा से बोला,

“यह क्या बदतमीजी है? तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी गद्दी पर बैठने की ?

तुरंत राजगद्दी से उतरो।"

खोजा ने बादशाह की नाराजगी और गुस्से की परवाह किए बिना धीमी आवाज में कहा, "शेर चिल्लाओ मत।

किसी गधे को मेरे सामने रेंकने की इजाजत नहीं है।

सबको गधों के गवर्नर खोजा का हुक्म मानना होगा।

इतना सुनना था कि राजसभा में मौजूद तमाम लोग ठहाका मार कर हंस पड़े और इन हंसने वालों में सबसे ऊंची हंसी खुद बादशाह की थी।