अकबर-भारत

अकबर बीरबल कहानी - Akbar Birbal Kahani

एक दिन अकबर के दिमाग में विचार आया कि बीरबल को महाभारत की तरह अकबर-भारत लिखने को दिया जाए।

बीरबल ने उनकी आज्ञा मान ली और कुछ समय बाद कागजों की एक मोटी तह लाकर अकबर को दिखायी और बोले,

"जहांपनाह, अकबर-भारत का पहला हिस्सा पूरा कर लिया है।

अब मैं महारानी से कुछ पूछना चाहता हूं।

क्या मैं उनसे मिल सकता हूं ?"

अकबर, “बिल्कुल। लेकिन तुम उनसे क्या पूछना चाहते हो ?"

बीरबल, "महाभारत में द्रौपदी के पांच पति थे।

मैं महारानी से पूछना चाहता हूं उनके कितने पति हैं ?"

अकबर समझ गये कि अगर रानी से यह प्रश्न पूछा गया तो उन्हें कितना बुरा लगेगा और उन्होंने तुरन्त बीरबल को अकबर-भारत लिखने से मना कर दिया।

इस कहानी से शिक्षा : हमें कभी अधिक लालसा नहीं रखनी चाहिए। इससे कई बार अवांछनीय परिणाम आ सकते हैं। संयम ही संतुलित और खुशहाल जीवन की चाबी है।