जंगली पेड़ व शाही गुलाब

अकबर बीरबल कहानी - Akbar Birbal Kahani

बादशाह अकबर ने एक बार देखा कि एक आदिवासी औरत ने जंगल

बारबीच बीच एक बच्चे को जन्म दिया, वो भी बिना किसी मदद के

और फिर लकड़ी सिर पर रख कर घर को चली गयी।

इस बात से प्रभावित होकर, उन्होंने आदेश दिया कि हरम में स्त्रियों को बच्चे पैदा करने के लिए कोई चिकित्सीय सहायता नहीं दी जाएगी।

यह सुनकर शाही औरतें, बीरबल के पास गयीं।

दो सप्ताह बाद अकबर बाग में टहल रहे थे, तो उन्होंने देखा कि उनके गुलाब के पौधे सूख गये हैं।

उन्होंने माली को बुलवाया और उस पर चिल्लाने लगे।

बीरबल बीच में आकर बोले, "जंगल में पेड़ अपने आप फलते फूलते हैं वहां पर उनकी देखरेख के लिए कोई नहीं होता।

तो इन गुलाबों का ध्यान क्यों रखा जाए ?"

अकबर समझ गये और अपना आदेश वापिस ले लिया।

शिक्षा : किसी की प्रतिभा को निखारने के लिए उचित वातावरण का मिलना जरूरी है। किसी एक की दवा हम दूसरे पर प्रयोग नहीं कर सकते हैं।