एक बार की बात है, एक बूढ़ा और कमजोर गधा था।
एक बार रात में, गधे को एक सियार मिला। दोनों मित्र बन गए और साथ-साथ खाने की तलाश में जाने लगे।
अगली रात को वे दोनों ककड़ी के एक खेत में गए। वहाँ दोनों ने भरपेट ककड़ियाँ खाईं। अब वे दोनों रोज रात को उस खेत में जाने लगे।
एक रात, गधे ने सियार से कहा, मेरा गाना गाने का मन कर रहा है। सियार ने कहा, अरे भैया, ऐसा मत करो।
इस खेत का मालिक तुम्हारे तेज आवाज जरूर सुन लेगा और लाठी लेकर यहाँ आ धमकेगा। यह तो जानते ही हो न, कि हम यहाँ चोरी से आए हैं।
उधर गधा अपने मित्र की बात सुनने को तैयार नहीं था। सियार ने खतरा समझकर वहाँ से भागने में ही भलाई समझी। गधे की कर्कश आवाज सुनकर किसान वहां आ पहुंचा और अपने खेत में गधे को घुसा देखकर उसकी अच्छी पिटाई की।