एक बार एक सियार एक धोबी के घर में घुस गया और कपड़ों को रंगने के लिए नीले रंग से भरे बड़े हौद में छिप गया। जब वह बाहर निकला तो वह पूरा नीला हो गया था।
जब सियार जंगल वापस आया तो सारे जानवर उसे देखकर डर गए। उन्हें समझ ही नहीं आया कि यह अजीब जानवर कौन-सा है।
सियार बोला, डरने की कोई बात नहीं है। मुझे ईश्वर राजा बनाकर भेजा है।
जंगल के सभी जानवरों ने उसे अपना राजा मान लिया। एक दिन, जब नीला सियार अपना दरबार लगाए बैठा था, तभी उसे कुछ और सियारों के हुआ-हुआ चिल्लाने की आवाजें सुनाई दी।
अपने साथियों की आवाजें सुनकर वह इतना जोश में आ गया कि वह भी जोर-जोर से हुआ-हुआ चिल्लाने लगा।
सारे जानवर समझ गए कि उनका ये राजा कोई और नहीं बल्कि सियार ही है। वे सब बहुत नाराज हुए। उन सबने मिलकर सियार की अच्छी पिटाई की और उसे वहाँ से भगा दिया।