लालची बंदर

Lalachi Bandar Ki Khani | लालची बंदर पंचतंत्र की कहानी

एक बंदर की लोगों के घरों में घुसने और खाने-पीने का सामान ले भागने की बुरी आदत थी।

गाँव वाले उससे बहुत परेशान रहते थे।

उन्होंने एक मदारी को बुलाकर उससे बंदर पकड़ने को कहा।

मदारी ने सँकरे मुँह वाली मिट्टी की हँडियों में मूंगफली के दाने रखकर मकानों की छत पर रख दिए।

अगले दिन, मदारी ने देखा कि बंदर एक मकान की छत पर पहुँचा है।

वह समझ गया कि अब बंदर पकड़ में आने ही वाला है।

जब गाँव वालों ने मदारी से उसकी चाल उजागर करने को कहा तो मदारी ने बताया कि बंदर को मूंगफली के दाने बहुत पसंद होते हैं।

इसलिए यह बंदर भी दाने निकालने के लिए हँडिया में हाथ डालेगा और मुट्ठी में दाने दबोच लेगा लेकिन हँडिया का मुँह सँकरा होने के

कारण उसकी मुट्ठी बाहर नहीं निकल पाएगी और उसका हाथ फंसा रह जाएगा।

और ऐसा ही हुआ। बंदर अपने लालच के कारण पकड़ा गया।