Bhed Aur Bhediya | भेड़ और भेड़िया की कहानी
भेड़ियों का एक झुंड लंबे समय से भेड़ों के झुंड का शिकार करने की फिराक में था।
उन्होंने भेड़ों के पास एक संदेशिया भेजा और उनसे कहा कि वे कुत्तों को अपनी रखवाली के काम से हटा दें "ऐसे शोर मचाने वाले और
हर समय भौंकते रहने वाले कुत्तों को रखने से क्या लाभ ?हम लोग आपस में मित्रता करते हैं और सब लोग शांतिपूर्वक रहेंगे।
जब हमारे बीच मैत्री हो जाएगी तो तुम लोगों
को कुत्तों की कोई आवश्यकता नहीं रह जाएगी। हमारा यही प्रस्ताव है।इस पर विचार करना।"
भेड़ें बड़ी सीधी-सादी थीं।
उन्होंने भेड़ियों की बातों आकर कुत्तों को तुरंत काम से हटा दिया।
अब उनके झुंड की रखवाली के लिए कोई नहीं बचा। उन सबकी जान खतरे में पड़ गई।
भेड़िए बिना समय गँवाए उनके झुंड पर झपट पड़े और उन सबको मार डाला।
भेड़ों ने अपने मित्रों के बजाय अपने शत्रुओं पर विश्वास किया, इसलिए उन्हें हानि उठानी पड़ी।