चरवाहा और जंगली बकरियाँ

Charvaha Aur Jangali Bakariyan | चरवाहा और बकरियाँ

एक बार एक चरवाहा अपनी बकरियों के साथ रहता था।

एक दिन, वह जब बकरियाँ लेकर लौट रहा था, तभी ज़ोर की बर्फबारी होने लगी।

अंधेरा होने के कारण कुछ भी दिखना बंद हो गया था।

वह अपनी बकरियों को लेकर एक गुफा में चला गया।

वहाँ कुछ जंगली बकरियाँ भी खड़ी थीं।

चरवाहे ने शक्तिशाली और बड़ी-बड़ी जंगली बकरियों को देखा, तो उसे वे बहुत अच्छी लगीं।

उसने पत्तियाँ उन्हीं जंगली बकरियों को खिला दीं।

अगले दिन सुबह उसने देखा कि भूख के मारे उसकी सारी पालतू बकरियाँ मर गई और जंगली बकरियाँ खा-पीकर गुफा से निकल गई।

जो लोग नए दोस्तों के लिए पुराने दोस्तों की अनदेखी करते हैं, वे हमेशा नुकसान उठाते हैं।