जब सृष्टि की रचना की जा रही थी, तब सभी प्राणियों ने आपस में मिलकर अपने-अपने राजा का चुनाव किया। मनुष्य ने एक सुंदर और योग्य युवक को अपना राजा बनाया।
जानवरों ने शक्तिशाली शेर को राजा बनाया और मछलियों ने बड़ी मछली अनादा को अपना राजा बनाया।
पक्षी भी अपना राजा चुनने के लिए एकत्र हुए। उन्होंने उल्लू को अपना राजा बनाया और बोले आज इस शुभ अवसर पर उल्लू को अपना राजा चुनते हैं।
अचानक एक कौआ बीच में बोल पड़ा।
इस तुनकमिजाज उल्लू को राजा क्यों बना रहे है ? जबकि यहाँ इतने सारे बुद्धिमान और युवा कौए उपस्थित है।
पक्षियों को भी यह बात सही लगी और उन्होंने हंस को अपना राजा बनाने का निश्चय किया। तभी से कौआ और उल्लू एक-दूसरे से बहुत चिढ़ते हैं और दूर-दूर रहते हैं।