एक झील के किनारे एक पेड़ पर एक युवा बाज रहता था। एक दिन उसने मादा बाज से कहा, प्रिये, मैं तुमसे शादी करना चाहता हूँ।
मादा बाज ने उससे कहा कि वह पहले एक मित्र बनाए।
बाज शेर के पास गया। शेर उसका मित्र बनने को तैयार हो गया। इसके बाद नर बाज और मादा बाज की शादी हो गई और जल्द ही उनके बच्चे भी हो गए।
एक दिन दो शिकारी उस पेड़ पर रहने वाली पक्षियों को पकड़ने के लिए आए।
बाज अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति चिंतित हो गए। मादा बाज ने नर बाज को अपने मित्र के पास सहायता मांगने के लिए भेजा।
बाज शेर को बुला लाया। शेर ने जोर से दहाड़ लगाई। जब शिकारियों ने भयंकर शेर को उनके ओर आते देखा, तो वे जल्दी से भाग गए।
अब बाज समझ गया कि मित्र कितने काम का होता है।