एक बच्चा रास्ता भटककर जंगल की ओर निकल गया।
एक भेड़िए ने उसे देखा और उसका पीछा करने लगा।
सामने निश्चित मौत देखकर बच्चे के मन में एक विचार आया।
वह भेड़िए से बोला, “मैं जानता हूँ कि तुम मुझे खाने जा रहे हो।
लेकिन उसके पहले, मैं खुशी मनाना चाहता हूँ और नाचना चाहता हूँ।
क्या तुम मेरे लिए बाँसुरी बजा दोगे ?
मैं जीवन में अंतिम बार नाचना चाहता हूँ।
भेड़िया मान गया और बाँसुरी बजाने लगा।
बच्चा खुश होकर नाचने लगा।
बाँसुरी की आवाज़ कुछ कुत्तों के कानों में पड़ी। वे पता करने दौड़े कि वह आवाज़ कहाँ से आ रही है।
जब उन्होंने भेड़िए को देखा, तो उसे मार डाला।
भेड़िया मारा गया क्योंकि क्रूर होने के बावजूद उसमें बुद्धि नहीं थी।