शिकारी और लकड़हारा

एक शिकारी जंगल में शेरों का शिकार करने गया।

जब वह घने जंगल में घुसा तो उसे एक लकड़हारा मिल गया।

शिकारी ने लकड़हारे से पूछा, "मेरे दोस्त, क्या तुम्हें कोई शेर दिखा यहाँ ?"

लकड़हारे ने जवाब दिया, "दोस्त, मैंने यहीं पास के एक पेड़ के पास शेर के पैरों के निशान देखे थे।

इसका मतलब कि वह यहीं कहीं होगा।

आओ, मेरे साथ आओ। मैं तुम्हें वहाँ लिए चलता हूँ।"

शिकारी उसकी बात सुनकर डर गया।

“नहीं दोस्त, धन्यवाद, वह बोला, “उसके पैरों के निशान देखना ही काफी है।

मैं शेर का पीछा नहीं करना चाहता।

मैं तो बस उसके पैरों के निशान ही देखना चाहता था।

सहायता के लिए धन्यवाद।" इतना कहकर वह शिकारी तुरंत वहाँ से भाग गया।

कायर व्यक्ति के लिए दूर से ही बहादुरी दिखाना अच्छा है। "