एक जंगल में एक लालची भेड़िया रहता था।
वह हमेशा इस प्रयास में रहता था कि उसे बिना कुछ किए खाने-पीने को मिलता रहे।
एक दिन उसने भेड़ों के झुंड में शामिल हो जाने की योजना बनाई।
उसने एक भेड़ की खाल ओढ़ी और भेड़ों के झुंड में शामिल हो गया।
इसके बाद उसने उन शाकाहारी पशुओं के बीच घास चरना शुरू कर दिया।
रात में जब बाड़ा बंद कर दिया गया तो भेड़िया भी उनके बीच बंद होकर रह गया।
गड़रिया भी भेड़िए को नहीं पहचान पाया था, इसलिए उसे कोई चिंता नहीं थी।
रात को गड़रिए को भोजन की कमी रही और वह एक भेड़ को लाने बाड़े में आया।
दुर्भाग्य से, भेड़ के धोखे में वह भेड़िए को ही ले गया और उसे मार डाला।
कई बार, आसान उपाय के चक्कर में अधिक नुकसान हो जाता है।