एक बार एक बड़े पेड़ पर दो कौए रहते थे। उसी पेड़ पर एक कोबरा सांप रहता था जो कौओं के बच्चों को खा जाया करता था।
मादा कौए ने अपने पति से किसी सुरक्षित जगह पर चलने का अनुरोध किया, लेकिन कौआ बोला, हम लोग कोबरा को मार डालेंगे।
उसकी पत्नी बोली, ये कैसे हो सकता है ? कौए ने उसे अपनी योजना समझाई, राजा के दरबारी नदी के तट पर नहाने के लिए आते हैं।
जब वे लोग अपने कपड़े-गहने किनारे पर रखकर नदी में नहाने उतरें, तभी तुम उनका सुनहरा हार उठा लेना और उस कोबरे के बिल में टपका देना। वे लोग ढूँढ़ते-ढूँढ़ते कोबरे तक पहुंच जाएँगे और उसे मार डालेंगे।
मादा कौए ने ऐसा ही किया। राजा के दरबारियों ने दुष्ट कोबरा को मार डाला और कौआ सुरक्षित रहने लगा।
इस प्रकार बुद्धि के इस्तेमाल से वह लक्ष्य भी हासिल किया जा सकता है, जो शारीरिक बल से हासिल करना मुश्किल होता है।