एक बार की बात है, एक मेमना था।
मेमना बहुत होशियार और सजग था।
वह अक्सर अन्य जानवरों से खतरों का सामना करना पड़ता था।
एक दिन एक भेड़िया उसका पीछा करने लगा।
मेमना उससे बचने के लिए मंदिर में छिप गया।
भेड़िए ने उसे ढूँढने का प्रयास किया, लेकिन मेमने तक नहीं पहुँच पाया।
अब दुष्ट भेड़िए ने नन्हें मेमने को बातों में फंसाने का निश्चय किया।
मेमने को डराने के लिए वह मंदिर के बाहर से ही चिल्लाया, “बेटा मेमने, इस मंदिर के अंदर मत रहो।
पुजारी आएगा और तुम्हें मार डालेगा।
मेमने ने जवाब दिया, मार डाले तो मार डाले।
तुम्हारे जैसे दुष्ट जानवर का शिकार बनने से तो मंदिर में बलि चढ़ जाना ही अच्छा है।"