एक छोटे-से तालाब में कई तरह की छोटी-बड़ी मछलियाँ रहती थीं।
छोटी-बड़ी सभी तरह की मछलियाँ आपस में मिलकर शांति और प्यार से रहती थीं।
एक दिन एक मछुआरे ने उस तालाब में जाल बिछा दिया।
जब उसने जाल निकाला तो वह उसमें फंसी तरह-तरह की मछलियाँ देखकर चकित हो गया।
मछुआरा जाल निकालकर जाने लगा तो अधिकतर छोटी मछलियाँ जाल के छेदों से होकर निकल गई और वापस पानी में कूद गई।
बेचारी बड़ी मछलियाँ कुछ नहीं कर पाई और फँसी रह गई।
अपने बड़े आकार की वजह से वे जाल से नहीं निकल पाई।
मछुआरे ने उन्हें समेटकर नाव में फेंक दिया और जल्द ही उन्हें मार भी डाला।
बड़ी मछलियों के लिए छोटे तालाब सुरक्षित नहीं होते।