एक बार बहुत भयंकर बाढ़ आई।
लोगों की सारी फसल बाढ़ में बर्बाद हो गई। गाँव वाले संकट में पड़ गए।
एक किसान सहायता माँगने मुखिया के पास गया।
मुखिया ने उसे खेती के लिए एक बैल दे दिया।
मुखिया के उस किसान की पत्नी से गोपनीय रिश्ते थे।
किसान को जल्द ही शक हो गया कि दोनों के बीच कुछ पक रहा है।
उसने दोनों को रँगे हाथों पकड़ने का निश्चय किया। उसने
झूठ-मूठ कह दिया कि वह परदेश जा रहा है। मुखिया को
लगा कि किसान तो चला गया है, इसलिए वह उसकी पत्नी से मिलने चला आया।
दोनों दरवाज़ा बंद करने ही वाले थे कि अचानक किसान आ गया।
किसान को देखकर, दोनों इस तरह से दिखाने लगे,
जैसे वे एक-दूसरे को जानते ही न हों।
हालाँकि वे इस बार किसान को मूर्ख नहीं बना पाए।
उसने मुखिया की जमकर पिटाई की और अपनी पत्नी को भी बहुत डाँटा।
कपट करना कभी लाभदायक नहीं होता ।