जंगल में एक हिरण के बच्चे पर एक शेर और एक भालू एक साथ झपट पड़े।
दोनों में से कोई भी शिकार छोड़ने को तैयार नहीं था।
दोनों के बीच भयानक लड़ाई होने लगी।
दोनों ही जानवर शक्ति में कम नहीं थे, इसलिए कुछ ही देर
में दोनों ने एक-दूसरे को लहु-लुहान
कर दिया। बुरी तरह से घायल होकर दोनों अधमरे हो गए और ज़मीन पर गिर पड़े।
एक लोमड़ी वहीं घूम रही थी।
वह रुककर दोनों की लड़ाई देखने लगी।
चुपके से वह दोनों के बीच आई और मरे पड़े हुए हिरण को उठा ले गई।
जब बाघ और भालू को पता लगा कि उनका शिकार तो गायब है,
तो वे पछताने लगे, “हम कितने मूर्ख हैं!
हम आपस में लड़ते रहे और हमारा शिकार कोई और ले गया।
लानत है हम पर!"
कई बार किसी आदमी की मेहनत का फायदा कोई दूसरा ले जाता है।