घमंडी यात्री

एक गाँव में एक व्यक्ति था, जिसे घूमने-फिरने का बहुत शौक था।

वह अधिकतर समय दुनिया भर के शहरों के बारे में सबको बताया करता था

और सबके सामने अपनी बहादुरी के किस्से सुनाया करता था।

गाँव वाले उसकी बातें सुनते तो रहते लेकिन उन्हें उसकी बातों पर विश्वास नहीं होता था।

एक दिन, उसने कहा कि जब वह रोड्स नामक जगह पर था,

तब उनसे इतनी लंबी छलाँग लगाई, जितनी कोई भी नहीं लगा सकता।

उसकी बातें सुन रहे एक व्यक्ति ने कहा, “अरे वाह, दोस्त।

लेकिन उस समय किसी ने तुम्हें देखा तो होगा नहीं।

मान लो कि यही रोड्स है।

तुम यहीं पर छलाँग लगाकर दिखाओ तो जानें।

हम सब यहीं बैठकर तुम्हें देखेंगे।”

अपनी शेखी बघारने वाला व्यक्ति अब चुप होकर रह गया

और लज्जित हो गया।

अपनी झूठी तारीफ़ करने वाले का सबसे अच्छा इलाज यही है

कि उसे अपनी बातें सच करके दिखाने को कहा जाए।