एक बाज एक लंबे पेड़ की ऊँची डाल पर घोंसला बनाकर रहता था।
एक बिल्ली भी उसी पेड़ पर बने बिल में रहने आ गई।
उसी पेड़ के नीचे एक जंगली सुअर भी रहता था।
बिल्ली बहुत चालाक थी और चाहती थी कि बाज और सुअर को वहाँ से भगा दिया जाए।
उसने बाज से कहा, “ये सुअर तो पेड़ की जड़ें खोदने में लगा रहता है।
जब यह पेड़ गिर जाएगा तो वह हम सबको खा जाएगा।”
बाज डर गया और उसने भोजन की तलाश में कहीं जाना बंद कर दिया।
अगले दिन बिल्ली सुअर के पास आई और कहने लगी, “यह बाज तुम्हारे बच्चों को खा जाना चाहता है।
तुम उन्हें अकेला मत छोड़ना!”
अब सुअर भी डर गया और उसने भी कहीं आना-जाना छोड़ दिया।
कुछ ही दिनों में बाज और सुअर का परिवार भूखों मर गए और बिल्ली मज़े से वहाँ अकेली रहने लगी।