गॉबलिन बौनों को चमकदार चीजों से खेलना बहुत अच्छा लगता था ।
वे बौने अक्सर धरती पर आकर चमकदार चीजें ढूंढ़ लेते थे और उन्हें उठाकर इंद्रधनुष में छिपा देते थे ।
कई बार वे उन्हें खा भी लेते थे , ताकि उनके पेट चमकदार हो सकें ।
गोलियथ भी ऐसा ही बौना था ।
वह हमेशा चमकदार खिलौनों की तलाश में रहता था , लेकिन अपने अन्य गॉबलिन भाई बहनों जैसा नहीं था ।
वह बहुत शरमीला था और आसानी से डर जाता था ।
अन्य बौने उसे बड़ी बेरहमी से सताया करते थे ।
एक दिन गोलियथ पास वाले गांव में गया , जहां मॉनस्टर मैन रहते थे ।
वे सब बहुत बड़े और लंबे थे ।
उन्हें बौनों को परेशान करने में बहुत आनंद आता था ।
वे लोग बौनों के चमकदार खिलौने भी छीन लेते थे । यह बात बौनों को बहुत बुरी लगती थी ।
एक दिन गोलियथ को एक आदमी के घर के बाहर अपने हाथ से बड़ी एक चमकदार चीज दिखाई दी ।
वह सूरज की रोशनी में चमक रही थी ।
उसने सोचा , ' अगर यह चमकदार चीज मुझे प्राप्त हो जाए , तो मेरे भाई - बहन मुझे सताना छोड़ देंगे । '
मॉनस्टर- मैन प्राय : गॉबलिन बौनों का खजाना चुरा लेते थे , लेकिन बौने कभी उनका सामान नहीं उठाते थे ।
अगर गोलियथ ऐसा कर लेता , तो उसे बहुत बहादुर बौना माना जाता ।
यह सोचकर गोलियथ उस चमकती वस्तु के पास गया ।
लेकिन जब उसने वह चमकदार पत्थर यानी हीरा उठाना चाहा , तो मॉनस्टर का कुत्ता भौंकने लगा ।
गोलियथ हीरा उठाकर भागा ।
कुत्ता उसके पीछे दौड़ता चला जा रहा था ।
यह गोलियथ के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था कि एक राक्षस का कुत्ता उसका पीछा करे ।
एक बार उसके भाई के पीछे ऐसा ही एक कुत्ता पड़ गया था ।
उसके बाद उन्हें अपने का कोई पता नहीं चला ।
गोलियथ बौना यह नहीं चाहता था कि जो अन्जाम उसके भाई का हुआ , वही उसके साथ हो ।
इसलिए वह अपनी छोटी टांगों से पूरा जोर लगाकर भागने लगा ।
लेकिन गोलियथ बौने को मालूम था कि राक्षस का कुत्ता उसे जल्द ही पकड़ लेगा ।
अतः ऐसी स्थिति में उसे चतुराई दिखानी चाहिए ।
तभी वह अपनी जान बचा सकेगा ।
अचानक उसे याद आया कि कुत्ते पेड़ पर नहीं चढ़ सकते , जबकि वह पेड़ पर चढ़ने में बहुत माहिर था ।
शीघ्र ही गोलियथ के सामने सौ साल पुराना बरगद का एक पेड़ था , जिसमें एक कोटर भी था ।
अगर वह उस जगह पहुंच जाता , तो अपनी जान बचा सकता था ।
इसलिए गोलियथ सिर पर पैर रखकर तेजी से भागा ।
गोलियथ को अपनी जान से ज्यादा परवाह इस बात की थी कि उसे भाई - बहनों द्वारा मान - सम्मान मिले ।
वह चाहता था कि वे लोग उसे अकारण सताना बंद कर दें । बस , यही सब सोचते हुए वह तुरंत उस पेड़ तक पहुंच गया ।
शीघ्र ही गोलियथ पेड़ पर चढ़कर कोटर में घुस गया और फिर राक्षस के कुत्ते के जाने का इंतजार करने लगा ।
कुत्ता भी भूखा - प्यासा दो दिनों तक वहीं बैठा रहा ।
फिर वह वापस लौट गया ।
कुत्ते के जाने के बाद गोलियथ जल्दी से नीचे उतरा और हवा के समान अपने घर की ओर भागा ।
अब गोलियथ इस धरती का सबसे अमीर और बहादुर गॉबलिन माना जाता है ।
उसके सभी भाई - बहन उसका बहुत मान - सम्मान करते हैं ।
अब लोग उसे कभी नहीं सताते , बल्कि बड़े प्यार के साथ गोलियथ से घंटों बातें करते हैं ।