निंजा कछुआ , पार्थियन एक शरारती कछुआ था ।
वह हमेशा घोंघों और सीपों की तलाश में रहता थे ।
उसे उनके साथ खेलना काफी अच्छा लगता था ।
वे पार्थियन को बहुत सुंदर लगते थे ।
उनके भीतर सैकड़ों राज छिपे थे ।
वह चाहता था कि सारे दोस्तों से ज्यादा उसके पास सीपें और घोंघे हों ।
पार्थियन अक्सर सोचता था , ' अगर मेरे पास सीपों और घोंघों का सबसे बड़ा संग्रह होगा , तो सभी लोग मेरे दोस्त बन जाएंगे ।
वे पहले की तरह मेरी उपेक्षा नहीं करेंगे । '
एक दिन पार्थियन समुद्र के गहरे पानी में खेल रहा था ।
तभी वह पानी की तलहटी में बनी सामान्य जलरेखा से नीचे चला गया ।
उस रेखा के बाद काला पानी आरंभ होता था । वह पानी रात के अंधेरे से भी ज्यादा काला था ।
उसके नीचे कोई नहीं जाता था ।
सभी बड़े लोगों ने अपने बच्चों को उसके नीचे जाने के लिए मना कर रखा था ।
उस जगह बालुंबी ड्रैगन रहता था ।
वह अत्यधिक गंदा , खतरनाक और भयंकर ड्रैगन था ।
कोई कितनी भी कोशिश क्यों न करे , उसे मारना आसान काम नहीं था ।
लेकिन पार्थियन यह सब भूल गया , क्योंकि वह एक घोंघे का पीछा कर रहा था , जिसके खोल में उसे एक बड़ा - सा मोती दिखाई दे रहा था ।
उसने इतना बड़ा मोती कभी नहीं देखा था ।
वह मोती , सितारे की तरह अपनी पूरी आभा के साथ चमक रहा था ।
उसकी वजह से काला अंधेरा जैसा पानी भी चमक रहा था ।
पार्थियन ने अपनी गति बढ़ाई , ताकि वह उस घोंघे का मोती प्राप्त कर सके , लेकिन जल्द ही वह उसकी आंखों से ओझल हो गया ।
अचानक पार्थियन को बालुंबी की भयंकर गर्जना सुनाई दी ।
बालुंबी ड्रैगन उसके आसपास ही था ।
पार्थियन भय के कारण वहीं स्थिर हो गया ।
फिर उसने खुद को संभाला और वहां से भाग खड़ा हुआ ।
लेकिन वह जितना भाग रहा था , बालुंबी की आवाज उतनी ही उसके पास आती जा रही थी ।
अचानक उसके हाथ में कोई कठोर चीज आ गई । उसने उसे आवाज की दिशा में उछाल दिया ।
इसके बाद अंधेरे में उसके हाथ जो भी चीज आती रही , वह उसे आवाज की दिशा में फेंकता रहा ।
तभी अचानक बहुत जोर से बालुंबी ड्रैगन 1 के गरजने की आवाज सुनाई दी और फिर सब कुछ शांत हो गया ।
पार्थियन ने अंधेरे में देखना चाहा , लेकिन चारों ओर गहरा सन्नाटा फैला हुआ था , मानो किसी तूफान के बाद शांति छा गई हो ।
बालुंबी ड्रैगन मौत के मुंह में समा गया था । पार्थियन यह नहीं जानता था कि बालुंबी ड्रैगन कैसा था या वह किस चीज से मारा गया । लेकिन उसने जल में रहने वाले एक खतरनाक और भयंकर जानवर को मारकर सबका भय दूर कर दिया था ।
अब सभी जानवर पानी की तलहटी में बनी सामान्य जलरेखा से नीचे भी जा सकते हैं ।
अब पार्थियन के बहुत से दोस्त हैं ।
लेकिन आज भी उस गहरे अंधेरे पानी की ओर कोई नहीं जाता , क्योंकि उस ओर जाने के बाद कुछ नहीं दिखाई देता ।