“ तुम कभी झूठ मत बोलना , वरना कोई व्यक्ति तुम्हारी बात पर यकीन नहीं करेगा । "
मॉम हमेशा अपनी छह साल की प्यारी बेटी मोटवाना को समझाती थीं ।
वह बच्ची सबको बहुत प्यारी थी ।
मोटवाना का एक छोटा भाई था - पैटी ।
वह हमेशा कुछ - न - कुछ लेने के लिए रोता रहता था ।
वहीं दूसरी ओर मोटवाना के पास जो कुछ था , उससे वह हमेशा खुश रहती थी ।
लेकिन मोटवाना मन - ही - मन में अपने भाई से बहुत जलती थी ।
' मॉम और डैंड अब मुझसे प्यार नहीं करते ।
उन्हें तो बस पैटी से प्यार है ।
' वह अक्सर गुस्से से सोचती रहती थी ।
एक रात सभी लोग आराम से सो रहे थे ।
तभी अचानक मोटवाना की चीखें सुनकर मॉम और डैड जाग गए ।
वह चिल्ला रही थी , " नर - भेड़िया आ गया ! नर- ' -भेड़िया आ गया !! "
मोटवाना के मॉम और डैड ने उसे समझाया कि उसने कोई बुरा सपना देखा है ।
लेकिन वह बार - बार यही कह
रही थी कि दुष्ट नर - भेड़िया आ जाएगा और वह उसे उठा ले जाएगा ।
ऐसा कई रातों तक चलता रहा ।
मोटवाना लगातार यही कहती रही कि वह बिल्कुल सच बोल रही है ।
सभी लोगों ने घर को अच्छी तरह देखा ।
वे आसपास के जंगल और पड़ोस में भी गए , लेकिन उन्हें कुछ नहीं दिखाई दिया ।
मोटवाना के मॉम और डैड बहुत चिंतित थे कि कहीं नर भेड़िया सचमुच उसे उठा न ले जाए ।
जब उन्होंने पुलिस को सारी बात बताई , तो लंबी छानबीन चली ।
मगर पुलिस को भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा ।
मोटवाना झूठ बोल रही थी ! मोटवाना को मालूम था कि ऐसा करना गलत है , लेकिन उसे अपने मॉम और डैड का पूरा प्यार मिल रहा था ।
अब पैटी अपने कमरे में अकेला खेलता और मोटवाना के पास घर के सब लोग रहते ।
वे पूरी कोशिश करते कि उसे अकेला न छोड़ा जाए ।
अब वह बहुत खुश थी ।
एक रात मोटवाना ने निश्चय किया कि अब उस झूठ पर रोक लगानी होगी ।
वह झूठ लंबे समय से चल रहा था ।
वह रात में सो गई , लेकिन आधी रात को किसी की आवाज
सुनकर उसकी आंखें खुल गई ।
मोटवाना को आभास हुआ कि कोई उसे पुकार रहा है ।
आवाज आई , " तुम्हें मुझे नहीं बुलाना चाहिए था । "
यह सुनकर मोटवाना तुरंत उठ गई ।
तभी उसे नर - भेड़िये की पीली आंखें और गहरी लाल पुतलियां दिखाई दीं ।
वह उसे देखते हुए कह रहा । था , “ तुम्हें मुझे नहीं बुलाना चाहिए था । " नर - भेड़िया बहुत गुस्से में था ।
एक लड़की उसके नाम पर झूठा डर फैला रही थी , जबकि उसने किसी को नहीं सताया था ।
मोटवाना की घिग्घी बंध गई ।
उसने सोचा भी नहीं -भेड़िया सचमुच उसे डराने और अपने साथ ले जाने के लिए वह बोली , “ आप मुझे अपने साथ मत ले जाओ ।
मैं सबको सच - सच बता दूंगी । " फिर मोटवाना ने उससे माफी मांगी कि अब वह कभी झूठ नहीं बोलेगी ।
उसे अपनी गलती का एहसास हो गया था । था कि नर -5 आ जाएगा ।
अगली सुबह मोटवाना ने अपने मॉम और डैड को सारी बात बता दी ।
उसने कहा कि वे लोग उसे माफ कर दें । उसने जो भी किया , वह गलत था ।
मोटवाना के मॉम और डैड ने उसे माफ कर दिया ।