यह कहना बड़ा मुश्किल था कि वह युवती एक राक्षसी थी या चुड़ैल ।
वह आम चुड़ैलों की तरह बदसूरत , मुड़ी हुई नाक और लंबे काले टोप वाली नहीं थी ,
जो झाड़ पर उड़ती हो ।
वह एक लंबी और खूबसूरत युवती थी , जिसके चेहरे पर हमेशा मीठी - सी मुस्कान दिखाई देती थी ।
उसमें आत्मविश्वास भी कूट - कूटकर भरा था ।
लेकिन वह युवती बच्चों से नफरत करती थी ।
अगर वह बच्चों को रास्ते में खेलते देख लेती , तो उनके पास से गुजरने के बजाय वह दूसरे रास्ते से जाना पसंद करती थी ।
वह ऐसी जगह रहती थी , जहां बूढ़े लोग ज्यादा रहते थे ।
उसने अपना राज किसी को नहीं बताया था ।
उसे लाल रंग बेहद पसंद था ।
उसके कपड़े , बैग , नेलपॉलिश का रंग , घर की दीवारें और कार वगैरह सब लाल रंग के थे ।
यहां तक कि उसके बाग में लाल रंग के फूल वाले पौधे उगे हुए थे ।
उसके बाग की घास भी लाल रंग की थी ।
उस युवती की सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि बच्चों को उसके फूल बहुत पसंद थे ।
उसके बाग में उगे गुलाबों के कांटे , बच्चों की बाजुओं के समान थे ।
फिर भी बच्चे वहां जाने से बाज नहीं आते थे ।
थॉमस को भी उस युवती का बाग बहुत अच्छा लगता था ।
थॉमस अक्सर कल्पना करता था कि वह उस बाग की लाल - मुलायम घास पर लेटा हुआ है ।
लेकिन लाल कपड़ों वाली लेडी उसे अपने बाग में घुसने कहां देती है ।
एक दिन थॉमस ने निश्चय किया कि वह उसके वापस आने से पहले बाग में अवश्य जाएगा ।
थॉमस ने सोचा , शाम को जब वह लेडी वापस आएगी , तो मैं उसे सुंदर गुलाबों का
एक गुच्छा और शहर का सबसे बढ़िया चीजकेक उपहार में दूंगा । '
थॉमस की मॉम ने कहा , " बेटा प्लीज , उस लेडी के बाग में कभी मत जाना ।
वह अच्छी औरत नहीं है ।
" लेकिन थॉमस ने उसके बाग में जाने का निर्णय कर लिया था ।
ज्यों ही उसे मौका मिला , वह बाग में जा घुसा ।
वह अपने साथ चीजकेक भी ले गया था ।
लेकिन गुलाब के कांटों के कारण उसके हाथ - पैर घायल हो गए और कपड़े फट गए ।
थॉमस के हाथ - पैर में बहुत दर्द होने लगा ।
उसने सोचा , ' मैं बाग की मुलायम घास पर लेटकर थोड़ी देर आराम कर लेता हूं ।
' फिर वह अपने साथ लाया चीजकेक वहीं पास में रखकर सो गया ।
कुछ देर बाद वह युवती वापस आई और एक बच्चे को सोते देखा ।
आहट पाकर थॉमस उठ बैठा ।
उसने मुस्कराते हुए उसे खूबसूरत गुलाबों का गुच्छा और चीजकेक भेंट किया ।
कांटों के कारण थॉमस जिनसे खून निकल के पूरे शरीर पर खरोंचों के निशान पड़ गए थे , रहा था ।
वह बोला , “ ये फूल मैंने आपके बाग से ही लिए हैं ।
आप बहुत प्यारी हैं , अतः यह आपके लिए उपहार है ।
इन्हें स्वीकार करें । "
उस दिन एक बच्चे दूद्वारा अपने प्रति इतना प्यार देखकर युवती का मन पिघल गया ।
उसने थॉमस को गले से लगा लिया ।
युवती ने सोचा कि थॉमस ने उसे उपहार देने के लिए कांटों की भी परवाह नहीं की ।
फिर उस युवती ने अपने पड़ोसियों को भी वह चीजकेक दिया , जिस पर गुलाब की पत्तियां बिखरी हुई थीं ।
आज वह पहली बार अपने पड़ोसियों से मिल रही थी ।
वह एक टेस्टी चीजकेक था ।
किसी ने भी वैसा चीजकेक पहले कभी नहीं खाया था ।