नीना के लिए वह रात बहुत डरावनी थी ।
वह कंप्यूटर गेम में उलझकर राक्षस के पास पहुंच गई थी ।
फिर अपनी जान बचाने के लिए उसने हर चुनौती का सामना किया और उसमें सफल हुई ।
नीना ने भगवान को लाख - लाख धन्यवाद दिया ।
यदि वह गिलहरी आकर राक्षस को मारने का राज न बताती , तो शायद खेल जीतना उसके लिए मुश्किल हो जाता ।
वह सोचने लगी कि गिलहरी कौन थी और उसे उसकी परेशानी का पता कैसे चला ।
नीना अभी इस बारे में सोच ही रही थी कि उसे अपनी जेब में एक कागज मिला , जिस पर लिखा था ,
' मेरे माता - पिता से कहना कि मैं उन्हें बहुत प्यार करता हूं और उनकी बहुत याद आती है ।
साइमन । '
नीना को तत्काल समझ में आ गया कि वह गिलहरी साइमन ही था ।
यह वही लड़का था , जो कुछ माह पहले रहस्यमय तरीके से अपने घर से गायब हो गया था ।
नीना अपने आपसे बोल उठी , ' साइमन कंप्यूटर गेम में फंसकर गिलहरी बन गया है ।
मुझे उसकी जान बचानी चाहिए ।
' फिर नीना साइमन को मुक्त कराने के बारे में सोचने लगी ।
तभी उसे एक उपाय सूझ गया और वह अपने मन - ही - मन में बोली , ' मुझे इस खेल में दोबारा जाना होगा , तभी मैं साइमन को बचा सकती हूं । '
नीना ने गहरी सांस भरी और दोबारा गेम के डाउनलोड का बटन दबा दिया ।
इस बार वह उस राक्षस की हल्की नीली बाजू के लिए तैयार थी , जिसने उसे कंप्यूटर के भीतर खींच लिया ।
नीना के लिए अब मगरमच्छों से भरी नदियों में तैरकर दूसरी ओर जाना ,
आग और लावा से भरे गड्ढों को पार करना , तीखी एवं खड़ी चट्टानों पर चढ़ना तथा जंगली जानवरों और जहरीले सांपों का सामना करना मुश्किल नहीं था ।
वह पहले ही एक बार यह सब करके गेम जीत चुकी थी ।
उसे मालूम था कि राक्षस को कैसे मारना है ।
यह सब उसके लिए काफी आसान था , जिसमें वह सफल रही ।
अब नीना को गिलहरी की तलाश करनी थी ।
लेकिन उसे कहीं जाना नहीं पड़ा ।
पिछली बार की तरह अचानक राक्षस को मारने से पहले गिलहरी स्वयं उसके पास आ गई और उसे राक्षस को मारने का उपाय बताते हुए बोली ,
" राक्षस की नाक काटकर तुम इसे मार सकती हो ।
चाकू उसकी जेब में है । "
जब गिलहरी जाने लगी , तो नीना ने उसे रोक लिया ।
वह अपने साथ एक पिंजरा लाई थी ।
उसने गिलहरी को पिंजरे में बंद कर दिया ।
इस बार राक्षस को मारने में समय नहीं लगा ।
खेल से बाहर आने के बाद नीना ने गिलहरी वाले पिंजरे को फर्श पर रखा ।
फिर देखते ही देखते वह गिलहरी साइमन में बदल गई ।
साइमन को अपने आप पर यकीन नहीं हुआ ।
वह हैरानी से बोला , " नीना , तुमने मेरी जान बचा ली ।
तुम्हें बहुत - बहुत धन्यवाद ।
लेकिन तुमने यह कमाल कैसे किया ? ”
नीना ने मुस्कराकर कहा , " मैं तुम्हें पकड़ने के लिए पिंजरा ले गई थी , ताकि तुम पिछली बार की तरह गायब न हो जाओ ।
मेरे पास अपना चाकू था , जिससे मैंने राक्षस की नाक तुरंत काट डाली । "
नीना ने अपनी चतुराई से साइमन को बचाया और राक्षस को दो बार मारने में सफल रही ।
अब कोई भी व्यक्ति उस गेम को डाउनलोड नहीं कर सकता था ।
नीना ने अपनी बुद्धिमानी और बहादुरी से उस जानलेवा खेल को हमेशा के लिए बंद कर दिया था ।