शहर के बाहर चॉकलेट बनाने का एक कारखाना था ।
वह कारखाना दुनिया का सबसे टेस्टी चॉकलेट बनाता था ।
सेड अक्सर सोचती , ' काश !
मुझे एक बार उस कारखाने में जाने का मौका मिल जाता । '
44 एक दिन सेड को डाक से एक पत्र मिला ।
वह बहुत हैरान हुई कि उसे किसने पत्र भेजा है ।
जब सेड ने पत्र खोला , तो उसकी हैरानी की सीमा न रही ।
वह जोर से चिल्लाई , अरे वाह ! " उसे चॉकलेट कारखाने में प्रवेश करने का ' पास ' भेजा गया था - इस बात पर यकीन करना आसान नहीं था ।
सेड की समझ में नहीं आ रहा था कि वह ' पास ' किसने भेजा है ।
लेकिन सेड चॉकलेट कारखाने में जाने का मौका किसी भी हाल में गंवाना नहीं चाहती थी । -
निर्धारित दिन सेड कारखाने में जाने के लिए तैयार हो गई ।
वह बहुत उत्साहित थी । तभी उसे रास्ते में रुकना पड़ा ।
हरे रंग का तीन आंखों वाला एक राक्षस अचानक उसके सामने आ गया था ।
वह जैली के ढेर की तरह सड़क के बीच पड़ा था ।
सेड को देखते ही उसके मुंह से लार टपकने लगी ।
जैली राक्षस हंसता हुआ बोला , " तुम कितनी स्वीट लगती हो ।
तुम्हें खाकर मजा आ जाएगा । " जैली राक्षस की बात सुनकर सेड बहुत भयभीत हो गई ।
वह तत्काल उल्टी दिशा में भागी ।
जैली राक्षस भी उसके पीछे लुढ़कता हुआ दौड़ पड़ा ।
वह पूरी गति से लुढ़क रहा था । सेड जहां भी जाती , जैली राक्षस वहां पहुंच जाता ।
जब सेड दाईं ओर मुड़ी , तो वह भी लुढ़ककर उसी ओर जाने लगा ।
जब सेड बाईं ओर मुड़ी , तो वह रास्ते में उसका इंतजार करता दिखाई दिया ।
सेड को उससे बचकर भागने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा था , मानो राक्षस को पहले ही पता चल जाता था कि वह किस रास्ते से जाने वाली है ।
अब सेड को अपने आगे चॉकलेट कारखाने का दरवाजा दिखाई दे रहा था ।
सेड जानती थी कि अगर वह उसके भीतर चली गई , तो एकदम सुरक्षित हो जाएगी ।
राक्षस उस तक नहीं पहुंच पाएगा ।
जैली • राक्षस को देखकर सेड चिल्लाई , " अरे , सुनो ! आओ , पकड़ो मुझे । "
फिर सेड अपनी पूरी ताकत लगाकर एक ओर भागी ।
जैली राक्षस उसके पीछे लुढ़कता हुआ दौड़ने लगा ।
वह हवा से भी तेज गति से लुढ़क रहा था ।
भागते - भागते सेड अचानक सड़क के बीचो - बीच रुक गई ।
उसने राक्षस को मारने की एक तरकीब सोच ली थी ।
अगर वह तरकीब काम कर जाती , तो राक्षस आसानी से खत्म हो सकता था ।
सेड को सड़क के बीच खड़ा देखकर जैली राक्षस हैरान रह गया ।
वह समझ नहीं पाया कि सेड सड़क पर क्यों खड़ी है ?
वह इतनी तेजी से लुढ़का कि चाहकर भी नहीं रुक सका और सड़क के दूसरी ओर स्थित पहाड़ी की तरफ लुढ़कता चला गया ।
जैली राक्षस पहाड़ी के नीचे घाटी में बह रही ठंडी और गहरी नदी में जा गिरा ।
नदी में गिरते ही पानी की लहरें उसे अपने साथ बहा ले गईं ।
इस प्रकार जैली राक्षस का सफाया हो गया ।
अब सेड एकदम सुरक्षित थी ।
वह बिना किसी भय के चॉकलेट कारखाने में जाकर वहां का निरीक्षण कर सकती थी ।
उसका यह सपना पूरा होने जा रहा था ।